Advertisement

77 साल के शरद पवार 32 साल बाद उतरेंगे सड़क पर


77 साल के शरद पवार 32 साल बाद उतरेंगे सड़क पर
SHARES

बीजेपी सरकार की नीतियों के खिलाफ पूरा विपक्ष एकजुट हो गया है। सरकार के खिलाफ कंग्रेस और एनसीपी सहित अन्य पार्टियां मिलकर आंदोलन छेड़ने की तैयारी में जुट गए हैं। इस आंदोलन का नेतृत्व करने के लिए अब खुद एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार कमर कस ली है। सरकार के विरोध में विपक्षी पार्टियां मंगलवार को 'जन आक्रोश' मोर्चा निकालेंगे। इस जन मोर्चा का नेतृत्व शरद पवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद करने वाले हैं।  कोई कोर कसर न रहे इसीलिए शरद पवार भी इस मोर्चे में शामिल होंगे। पवार पूरे 32 साल के बाद सड़क पर उतर कर सरकार के खिलाफ हल्लाबोल करेंगे।

राजनीति के जानकारों की माने तो आखिर ऐसा क्या हुआ कि 32 साल बाद शरद पवार को यह सब करना पड़ रहा है, हालांकि आंदोलन लोकतंत्र का संवैधानिक हक़ है, लेकिन कहा जा रहा है कि कांग्रेस और एनसीपी के पास ऐसा कोई चेहरा नहीं है जो लोगों को अपनी तरफ खींच सके इसीलिए पवार खुद इस आंदोलन में कूद गए हैं।

इसके पहले कांग्रेस के विरोध में उतरे थे पवार 

कांग्रेस और एनसीपी मिलकर बीजेपी सरकार के खिलाफ हल्ला बोल करते हुए जन आक्रोश मोर्चा निकालेंगे जिसका नेतृत्व शरद पवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद करेंगे। शरद पवार पूरे 32 साल बाद सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरने जा रहे हैं। इस मोर्चे में कांग्रेस एनसीपी के अलावा शेकाप, समाजवादी पार्टी, रिपब्लिक पार्टी (कवाडे गुट) भी हिस्सा लेंगे। इसके पहले साल 1985 में शरद पवार ने जलगांव से नागपुर तक कांग्रेस के विरोध में साइकिल रैली निकाली थी। 

पवार साहब का जन्मदिन हर साल उनके घर पर ही मनाया जाता है। इस मौके पर विविध विविध सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं, लेकिन इस बार इस असंवेदनशील सरकार को जगाने के लिए हमने मोर्चे का आयोजन किया है। इस मोर्चे में लगभग 2 लाख लोग शामिल होंगे।

अजित पवार, पूर्व उपमुख्यमंत्री

महाराष्ट्र की राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार भले ही 77 साल के हो गए हो लेकिन इस उम्र में भी वो अपने संवैधानिक अधिकारों के लिए और विपक्ष में रह कर सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरने से उन्हें अभी भी गुरेज नहीं है।

Read this story in मराठी
संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें