महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के एक गांव में भारी भूस्खलन के बाद कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है।अधिकारी ने बताोया कि 100 से भी ज्यादा लोगों को बचा लिया गया है, लेकिन अभी भी कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल यानी की NDRF की चार टीमें बचाव कार्य में लगी हुई हैं। गांव में लगभग 50 घर हैं, जिनमें से 17 भूस्खलन के नीचे दब गए। इलाके में मूसलाधार बारिश के बाद भूस्खलन हुआ। (Raj Thackeray targeted the local administration on the Raigad incident)
बचाए गए लोगों को नवी मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया
यह गांव मोरबे बांध से 6 किमी दूर है, जो नवी मुंबई को पानी की आपूर्ति करता है। मंत्री उदय सामंत ने कहा कि बचाए गए लोगों को नवी मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्य में लगे कर्मियों से बात की। उन्होंने वहां संवाददाताओं से कहा की यह गांव भूस्खलन संभावित गांवों की सूची में नहीं था।
राज ठाकरे ने स्थानिय प्रशासन पर साधा निशाना
राज ठाकरे ने इस पूरा घटना पर ट्विट करते हुए अपनी संवेदनाए व्यक्त की है। उन्होने ट्विट मे कहा की " रायगढ़ जिले में खालापुर तालुका के इरशालवाड़ी में एक गांव में भूस्खलन की घटना अत्यंत दुखद है, बताया जा रहा है कि रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है, लोग इससे सुरक्षित निकले यह मेरी प्रार्थना, मेरे महाराष्ट्र सैनिको को यह देखना होगा कि जो घायल हैं उन्हें उचित इलाज मिल रहा है या नहीं और उनके परिजनों को हमारी ओर से क्या मदद मिले सकती है , दरअसल, मैं इस तरह की घटनाएं होने के तुरंत बाद इस पर बात नहीं करना चाहता था, लेकिन अब मैं सिर्फ इतना कहता हूं कि अगर जिला प्रशासन यह अनुमान नहीं लगा सकता कि भुख्खलन कहां हो सकता हैं, तो यह किस तरह का प्रशासन है? फिर भी मैं इस बारे में बाद में विस्तार से बात करूंगा, लेकिन अभी मैं सभी के सुरक्षित रहने की कामना करता हूं"
रायगड जिल्ह्यातील, खालापूर तालुक्यातील इर्शाळवाडी येथे गावावर दरड कोसळल्याची घटना अतिशय दुःखद आहे. युद्धपातळीवर बचावकार्य सुरु आहे असं सांगण्यात येत आहे. ह्यातून लोकं सुखरूप बाहेर पडावीत इतकी इच्छा. जे जखमी आहेत त्यांच्यावर योग्य उपचार सुरु आहेत ना आणि त्यांच्या नातेवाईकांना…
— Raj Thackeray (@RajThackeray) July 20, 2023
मलबे के नीचे फंसे लोगों को बचाना प्राथमिकता
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घटनास्थल का दौरा किया। उन्होने कहा की अब हमारी प्राथमिकता मलबे के नीचे फंसे लोगों को बचाना है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आला अधिकारियों को भी आदेश दिया है की पिड़ितो के इलाज मे भी किसी भी तरह की कोई भी कमी नही रहनी चाहिए।
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