महराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री और NCP के नेता धनंजय मुंडे (dhananjay munde) पर एक महिला ने रेप (rape) का आरोप लगाया है। महिला ने मुंडे के खिलाफ ओशिवारा पुलिस (oshiwara police) स्टेशन में शिकायत भी दर्ज कराई है। हालांकि, अपनी सफाई में धनंजय मुंडे ने इन आरोपों का खंडन किया और कहा, मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप पूरी तरह से झूठे हैं, मुझे बदनाम और ब्लैकमेल (blackmail) किया जा रहा है।
धनंजय मुंडे ने सोशल मीडिया (social media) के फेसबुक (Facebook) पर अपना पक्ष रखते हुए एक पोस्ट शेयर किया है। इस पोस्ट में मुंडे कहते हैं कि, कल से, मेरे खिलाफ कुछ दस्तावेज़ सोशल मीडिया पर घूम रहे हैं, और मुझ पर बलात्कार का आरोप लगाया जा रहा है। इस मामले में रेनू शर्मा नामकी एक महिला (रेनू शर्मा, करुणा शर्मा की छोटी बहन) ने अपने ही अकाउंट से एक ट्वीट किया है। उसमें कुछ दस्तावेज पोस्ट किए हैं, जिसे देखने पर पता चलता है कि, मेरे खिलाफ कुछ शिकायतें दर्ज की गई हैं। ये सभी आरोप मुझे गलत तरीके से बदनाम कर रहे हैं और मुझे ब्लैकमेल कर रहे हैं और मामले की पूरी सच्चाई इस प्रकार है।
मुंडे आगे लिखते हैं कि, मैं 2003 से करुणा शर्मा (karuna sharma) नाम की एक महिला के साथ रिश्ते में हूं। मेरे परिवार, पत्नी और दोस्तों को इसकी जानकारी थी। इस आपसी सहमति के परिणामस्वरूप, हमारे दो बच्चे थे, एक लड़का और एक लड़की। मैंने इन दोनों बच्चों को अपना नाम दिया है। स्कूल प्रमाण पत्र से सभी दस्तावेजों में, मेरा नाम इन बच्चों के माता-पिता के रूप में है, ये बच्चे मेरे साथ रहते हैं। मेरे परिवार, पत्नी और मेरे बच्चों ने भी इन बच्चों को परिवार के सदस्यों के रूप में स्वीकार किया है।
करुणा शर्मा नाम की यह महिला मेरे बच्चों की मां है। मैंने उसकी अच्छी से देखभाल करने की जिम्मेदारी ली है। मैंने उसे मुंबई में एक फ्लैट भी दिलाने में मदद की है।
साथ ही मैंने उसका एक बीमा पॉलिसी कराया और उसके भाई के लिए एक बिजनस स्थापित करने के लिए उसके भाई की मदद भी की है। ये सभी कार्य मैंने अच्छे से विश्वास के साथ किए हैं।
लेकिन 2019 से करुणा शर्मा और उनकी बहन रेनू शर्मा ने मुझे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और मुझसे पैसे की मांग कर रही हैं। मेरे जीवन को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाने की धमकी दे रही हैं। इस काम में उनके भाई बृजेश शर्मा भी शामिल हैं।
नवंबर 2020 में, करुणा शर्मा ने मुझे बदनाम करने और मुझे ब्लैकमेल करने के इरादे से सोशल मीडिया पर मुझसे जुड़ी बहुत ही निजी सामग्री पोस्ट की। इसलिए, मैंने करुणा शर्मा के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर इस मामले में न्याय की मांग की है।
इस याचिका में माननीय उच्च न्यायालय ने करुणा शर्मा को ऐसी सामग्री प्रकाशित करने से रोकने का आदेश पारित किया है। याचिका अभी उच्च न्यायालय के समक्ष लंबित है, इसलिए मेरे लिए इस पर आगे टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। मैं इस संबंध में मीडिया से भी आग्रह करता हूं कि इस मामले में ऐसे किसी भी टिप्पणी से बचें, जो न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करे।