रविवार को एमएनएस अध्यक्ष राज ठाकरे द्वारा एक रैली को संबोधित किये जाने के बाद अचानक एमएनएस कार्यकर्त्ता गुजराती साइन बोर्ड को तोड़ने लगे। कुछ कार्यकर्ताओं ने वसई में तो कुछ लोगों ने कांदिवली में लगे गुजराती साइन बोर्ड को निशाना बनाया। हालांकि पुलिस ने इस तोड़फोड़ के लिए 10 से 12 लोगों को गिरफ्तार भी किया है, लेकिन अब इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने भी प्रतिक्रिया दी है।
गुजरातियों को मिले सुरक्षा
मुंबई के कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने कहा कि मनसे के गुंडों द्वारा की जा रही यह तोड़फोड़ गलत है। उन्होंने आगे कहा कि मुंबई के सभी वर्गों को संरक्षण मिलना चाहिए और यह सरकार की जिम्मेदारी है। निरुपम के मुताबिक़ सीएम देवेंद्र फडणवीस को इस ध्यान देकर इस पर तत्काल रोक लगानी चाहिए और गुजरातियों को सुरक्षा देना चाहिए।
जातीय संघर्ष का जन्म
मुंबई के कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि एमएनएस जातिवाद की राजनीति करती है। इसके पहले वह उत्तर भारतियों को निशाना बनाते थे अब गुजरातियों को। वह जातीय संघर्ष जो जन्म दे रही है।
निरुपम ने स्पष्ट करते हुए बताया कि कांग्रेस मराठी साइन बोर्ड के खिलाफ नहीं है, लेकिन दुकानों में अंग्रेजी, मराठी और हिंदी में साइन बोर्ड होने का यह नियम काफी पुराना है। नाराजगी प्रकट करते हुए उन्होंने आगे कहा कि अगर साइन बोर्ड कोई अन्य भाषा में लिखा हुआ है तो उस पर कार्रवाई करने के लिए बीएमसी है, सरकार बीजेपी और शिवसेना की है वे इस बारे में निर्णय ले सकते हैं कि क्या करना है, लेकिन एमएनएस को तोड़फोड़ का अधिकारी किसने दिया?