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शिवसेना ने 2014 में भी दिया था कांग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार बनाने का प्रस्ताव- पृथ्वीराज चव्हाण

पृथ्वीराज चव्हाण का कहना है की उन्होने उस समय इस प्रस्ताव को ठूकरा दिया था।

शिवसेना ने 2014 में भी दिया था कांग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार बनाने का प्रस्ताव- पृथ्वीराज चव्हाण
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री(chief minister) पृथ्वीराज चव्हाण(prithviraj chavan)ने कहा है कि शिवसेना ने 2014के विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा(bjp) को रोकने के लिए राज्य में कांग्रेस-राकांपा के साथ गठबंधन प्रस्ताव दिया था।   पृथ्वीराज चव्हाण ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में ये बयान दिया। पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा की ,“शिवसेना( shivsena) ने  2014 के  विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा को रोकने के लिए राज्य में कांग्रेस-राकांपा के साथ सत्ता स्थापित करने का प्रस्ताव दिया था"। हालांकि, चव्हाण ने कहा कि प्रस्ताव को कांग्रेस ने खारिज कर दिया।

प्रस्ताव को किया अस्वीकार

आगे बोलते हुए उन्होंने कहा, 'उस समय,भाजपा को रोकने के लिए गठबंधन सरकार बनाने के लिए शिवसेना और एनसीपी (NCP) ने मुझसे संपर्क किया। हालाँकि, मैंने तुरंत इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। चव्हाण ने उस समय कहा था कि राजनीति में हमारी हार हुई है और हम विपक्ष में बैठने के लिए तैयार है"। इसके साथ ही पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा की " मुझे विधानसभा अध्यक्ष बनने का प्रस्ताव दिया गया था। लेकिन राजनीति में सक्रिय होने के कारण, मैंने इसे स्वीकार नहीं किया"।

एनसीपी ने किया इनकार

जहां एक ओर कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने शिवसेना के प्रस्ताव की बात कही तो वही दूसरी ओर एनसीप ने इस बात का खंडन किया है। एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा की भले ही शिवसेना ने कांग्रेस से बात की हो लेकिन एनसीपी के सामने ऐसी कोई भी बात नहीं आई थी।

चव्हाण ने कहा कि 2019 विधानसभा चुनाव के बाद भी कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी(Sonia gandhi) उद्धव ठाकरे के साथ सरकार बनाने के राजी नहीं थीं हालांकि काफी सोच विचार के बाद उन्होंने गठबंधन करने का निर्णय लिया था।गौरतलब है कि इस बार तीनों ही दल साथ आए हैं और वर्तमान में राज्य में तीन दलों के गठबंधन की सरकार है। राज्य की महाविकास आघाड़ी में मंत्री पद ना मिलने के सवार पर पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा की पार्टी उन्हे जो भी जिम्मेदारी देगी वह उसके लिए तैयार है।

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