शिवसेना अब गोवा और उत्तर प्रदेश के बाद अब कर्नाटक चुनाव में भी हाथ आजमाने जा रही है। शिवसेना ने कर्नाटक में भी चुनाव लड़ने का फैसला किया है। खबरों के मुताबिक शिवसेना कर्नाटक में 50 से 55 जगहों पर अपने उम्मीदवार खड़े कर सकती है। चुनाव लड़ने के फैसले के बाद शिवसेना कर्नाटक में बीजेपी के लिए मुश्किलें पैदा कर सकती है।
लोकसभा और विधानसभा के चुनाव अलग लड़ने का फैसला
शिवसेना ने पहले से ही लोकसभा और विधानसभा के चुनाव बीजेपी के साथ ना मिलकर लड़ने का ऐलान किया है। जिसके बाद अब कर्नाटक में भी शिवसेना बीजेपी को धक्का देने जा रही है । शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत का कहना है की कर्नाटक के जिन इलाको में महाराष्ट्र एकीकरण समिती के उम्मीदवार खड़े होंगे , शिवसेना वहां अपने उम्मीदवार खड़े नहीं करेगी।
संजय राउत ने इसके साथ ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने भई सवाल खड़ा किया है। राउत ने कहा है कहा है की अगर वो सच्चे तौर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री है तो महाराष्ट्र के सीमावर्ती क्षेत्रों में महाराष्ट्र एकीकरण समिति के प्रचार में हिस्सा ले।