मनोज जारांगे की हिंसक टिप्पणी की एसआईटी जांच की घोषणा के बाद राज्य सरकार ने आक्रामक रुख अपना लिया है। गृह मंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने चेतावनी दी कि हमारे पुलिसकर्मियों की हत्या के पीछे की सारी साजिश सामने आ जाएगी । मराठा आरक्षण के मुद्दे पर देवेंद्र फड़णवीस ने विधानसभा में अपनी बात रखी। (SIT investigation ordered in Manoj Jarange movement case)
देवेंद्र फड़नवीस ने कहा ''अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने मनोज जारांगे के आंदोलन की जांच एसआईटी से कराने का आदेश दिया है, इसका सख्ती से पालन किया जाएगा, मैं इस विषय पर नहीं बोलना चाहता था, लेकिन विषय यहां आ गया है इसलिए मुझे बोलना पड़ रहा है, जब मैं मुख्यमंत्री था, मैंने मराठा आरक्षण दिया और इसे हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में बरकरार रखा, छात्रवृत्ति दी, ऋण दिया, मराठा समुदाय के संबंध में प्रमाण पत्र की मुझे जरूरत नहीं, छत्रपत शिवाजी महाराज का नाम लेकर लोगो की मां बहन के बारे मे बोला जाता है ,मुझे उनसे कोई शिकायत नहीं है. लेकिन हमें ये पता लगाना होगा कि इन सबके पीछे कौन है "
राहुल नार्वेकर ने दिए SIT जांच के आदेश
विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने गृह विभाग को मनोज जारंग आदोलन मामले मे आरोपों की जांच के लिए एसआईटी गठित करने का आदेश दिया। लोकतंत्र में हिंसा या हिंसक भाषण का कोई स्थान नहीं है, इसके लिए उचित समाधान योजना बनाना सरकार की जिम्मेदारी है। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा, सरकार को इसकी गंभीरता को ध्यान में रखते हुए इसकी गहन एसआईटी जांच करानी चाहिए।
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