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दुग्ध उत्पादक किसानों और सरकार में ठनी


दुग्ध उत्पादक किसानों और सरकार में ठनी
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शहर में दूध की आपूर्ति रोकने की धमकी पर राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील ने कहा है कि किसी को कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है, अगर कोई ऐसा करता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी ने एक प्रेस कांफ्रेसे का आयोजन किया और कहा कि उन्हें जो करना है वे करके ही रहेंगे, वो 16 तारीख को हड़ताल करेंगे। आपको बता दें कि दुग्ध उत्पादकों को दूध को उचित कीमत की मांग करते हुए स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष और सांसद राजू शेट्टी ने धमकी दी थी कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गयी तो वे मुंबई शहर में दूध की एक भी बूंद नहीं आने देंगे।

अभी कुछ दिन पहले राजू शेट्टी ने मांग की थी कि दूध की न्यूनतम कीमत 27 रूपये प्रति लीटर होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि कई दुग्ध किसान कर्ज के बोध तले दबे हैं, दूध का भाव बेहद ही कम है इससे दुग्ध उत्पादक किसानों को घाटे का सामना करना पड़ रहा है। शेट्टी ने धमकी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गयी तो वे राज्यव्यापी हड़ताल शुरू करेंगे साथ ही मुंबई में बाहर से दूध की एक भी बूंद नहीं आने देंगे।

शेट्टी की धमकी पर राजस्व मंत्री चंद्रकांत दादा पाटील ने कहा कि दुग्ध उत्पादक हड़ताल के जरिये केवल दूध की बरबादी ही करेंगे, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। उन्होने आगे कहा कि किसी को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है, कानून अपना काम करेगा।

शेट्टी ने पलटवार करते हुये कहा कि राजस्व मंत्री को इस मुद्दे पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है, उन्होंने किसानों के लिए क्या किया है. हमें जो करना है वो हम करेंगे। शेट्टी ने कहा कि उन्होंने 16 जुलाई को हड़ताल की घोषणा की है और अब वे पीछे नहीं हटेंगे।


यह भी पढ़ें: 16 जुलाई से दुग्ध उत्पादकों की राज्यव्यापी हड़ताल


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