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RSS के कारण VBA और MIM का गठबंधन टुटा- इम्तियाज जलील

इम्तियाज जलील के अनुसार हम वंचित के साथ 74 सीटों पर चर्चा करने के लिया तैयार थे, लेकिन उनकी तरफ से कोई पहल नहीं हुई। मैं राज्य का अध्यक्ष हूं और मेरी उनसे चर्चा भी नहीं है।

RSS के कारण VBA और MIM का गठबंधन टुटा- इम्तियाज जलील
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वंचित बहुजन आघाडी (VBA) और AIMIM के बीच सीट बंटवारे को लेकर उभरे मतभेद पर इम्तियाज जलील ने बयान दिया है। इम्तियाज जलील AIMIM पार्टी से महाराष्ट्र प्रदेशाध्यक्ष हैं, उन्होंने कहा कि, हमारे बीच (VBA- AIMIM) सीट बंटवारे को लेकर कोई बात नहीं की गई है। प्रकाश अंबेडकर के आस-पास आरएसएस विचार वाले कुछ लोगों का जमावड़ा है जिन्होंने प्रकाश अंबेडकर के नेतृत्व को मुश्किल कर दिया है। अगर अंबेडकर कांग्रेस के साथ बातचीत करना चाहते थे, तो उन्हें वंचितों की क्या जरूरत थी? इसके बाद इम्तियाज जलील ने वंचित को 50 सीटों की मांग की और कहा कि अगर उन्हें मंजूर होगा तभी हम साथ चुनाव लड़ेंगे।

क्या कहा इम्तियाज जलील ने?

वंचित बहुजन गठबंधन के साथ सीटों के आवंटन का खुलासा करने के लिए आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में जलील ने कहा, “वंचितों के साथ सीट आवंटन को लेकर मुझसे और एमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के साथ कोई चर्चा नहीं हुई है। लोकसभा चुनाव में अच्छी सफलता के बाद हमने  फिर से विधानसभा का चुनाव साथ लड़ने का फैसला किया था। ओवैसी और अंबेडकर के बीच सीटों पर चर्चा करने के लिए पहली बार दिल्ली में मुलाकात हुई थी। इस बैठक में अंबेडकर ने एमआईएम के सामने 98 सीटों पर चुनाव लड़ने की सूची रखी थी जिसे बाद में सुधारते हुए ई-मेल के माध्यम से 74 सीट कर दिया गया।

उन्होंने आगे कहा कि लेकिन हमें इन सीटों के बारे में अंबेडकर या उनके किसी पदाधिकारी से जवाब नहीं मिला। कुछ दिनों बाद वंचित कि तरफ से  एक ई-मेल मिला जिसमें उन्होंने हमे मात्र 8 सीट ऑफर किया था। उसके बाद पुणे में ओवैसी और  और अंबेडकर के बीच एक 3 की बैठक हुई। इस बैठक के बाद ओवैसी को अंबेडकर का एक संदेश मिला। इस संदेश में वंचित की तरफ से MIM को मात्र 8 सीट देने की बात कही गयी थी।

इम्तियाज जलील के अनुसार हम वंचित के साथ 74 सीटों पर चर्चा करने के लिया तैयार थे, लेकिन उनकी तरफ से कोई पहल नहीं हुई। मैं राज्य का अध्यक्ष हूं और मेरी उनसे चर्चा भी नहीं है। इसलिए, उन्हें यह बताना चाहिए कि कौन सा एमआईएम अधिकारी उनके साथ चर्चा में है। हम एक पार्टी के रूप में भी मौजूद हैं। इसलिए हमने मोर्चा छोड़ने का फैसला किया है। हमारी तरफ से विधानसभा के लिए उम्मीदवारों का साक्षात्कार भी शुरू कर दिया गया है।

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