फ़ानूस बन के हिफाज़त जिसकी हवा करे वो शमा क्या बुझे जिसे रोशन खुदा करे...किसी शायर का यह मशहूर शेर उस समय सही साबित हो गया जब एक बुजुर्ग यात्री गश खाकर पटरियों पर गिर पड़ा और उसी समय ट्रेन आ गयी, लेकिन ट्रेन के ड्राइवर की सतकर्ता और यात्री के नसीब से यात्री बच गया।
बुधवार दोपहर शाम 4 बजे भरत चव्हाण मुलुंड से कहीं जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे थे कि तभी उन्हें अचानक चक्कर आ गया और वे पटरियों पर गिर पड़े। इतने में डोम्बिवली से सीएसटीएम जा रही ट्रेन भी आ गयी। जब तक भरत ट्रेन की चपेट में आते तब तक सतर्क मोटरमैन ने किसी तरह से ट्रेन को रोक दिया। ट्रेन के रुक जाने के बाद अन्य यात्रियों ने भरत को उठा कर प्लेटफॉर्म पर कर दिया।
कुछ ही समय बाद भरत को होश में लाय गया। रेलवे पुलिस ने तत्काल भरत के परिजन को इसकी खबर दी। भरत के साथ घटी इस घटना से कुछ भी अनहोनी हो सकती थी लेकिन ट्रेन के ड्राइवर और भरत के अच्छी किस्मत की चर्चा सभी यात्री कर रहे थे।