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पीक ऑवर में प्रतिबंध के बावजूद आम लोग लोकल ट्रेनों में कर रहे हैं यात्रा

फरवरी महीने में, मध्य और पश्चिम रेलवे उपनगरीय स्टेशनों पर 55,000 से अधिक बेटिकट यात्रियों को पकड़ा गया। इसमें मध्य रेलवे उपनगरीय स्टेशन पर 45,000 यात्री तो पश्चिम रेलवे में 15,996 यात्री शामिल हैं।

पीक ऑवर में प्रतिबंध के बावजूद आम लोग लोकल ट्रेनों में कर रहे हैं यात्रा
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पिछले कई दिनों से बिना टिकट (without ticket) के यात्रा कर रहे यात्रियों के खिलाफ रेलवे द्वारा कार्रवाई की जा रही है। बावजूद इसके ऐसे यात्रियों की संख्या कम नहीं हो रही है। मध्य और पश्चिम रेलवे (western railway) उपनगरीय मार्गों पर 60,000 से अधिक बेटिकट यात्रियों को पकड़ा गया है। प्रतिबंधों के बावजूद, सामान्य यात्री भी प्रतिबंधित समय में आवश्यक सेवा कर्मियों के समय में यात्रा करते पाए जा रहे हैं।

1 फरवरी से लागू नियम के अनुसार, आम लोगों को सुबह 7 बजे से और दोपहर 12 बजे तक और शाम 4 बजे से लेकर रात 9 बजे के बीच यात्रा करने की अनुमति नहीं है। इस नियम को लागू करने के बाद शुरुआती दो दिनों के लिए स्टेशनों के प्रवेश द्वारों पर रेलवे पुलिस और टिकट निरीक्षकों को तैनात किया गया, ताकि आवश्यक सेवा कर्मियों ही निर्धारित समय और यातरा कंर सकें।

चूंकि स्टेशन के सभी प्रवेश द्वार खुले थे और हर जगह पर रेलवे पुलिस को तैनात करना असंभव था, इसलिए आम यात्री भी बिना किसी परेशानी के ट्रेंन में चढ़ कर यात्रा करते दिखे।

इसके बाद प्रवेश द्वारों से पुलिस को हटा दिया गया। और अवैध रूप से यात्रा करने वाले आम लोगों की संख्या भी बढ़ी। ऐसे लोग टिकट खिड़की पर से टिकट नहीं हैं, मिलेनेे पर वे बिना टिकट यात्रा करने लगे।

कर्जत, कसारा, अंबरनाथ, बदलापुर, कल्याण, दहानू से बोरीवली के निजी कार्यालय के कर्मचारी और अन्य यात्री सड़क मार्ग से यात्रा करने के बजाय लोकल ट्रेन से यात्रा का विकल्प चुन रहे हैं। और टिकट नहीं मिलनेे पर बिना टिकट यात्रा करते हैं।

फरवरी महीने में, मध्य और पश्चिम रेलवे उपनगरीय स्टेशनों पर 55,000 से अधिक बेटिकट यात्रियों को पकड़ा गया। इसमें मध्य रेलवे (central railway) उपनगरीय स्टेशन पर 45,000 यात्री तो पश्चिम रेलवे में 15,996 यात्री शामिल हैं। जून 2020 से जनवरी 2021 तक, पश्चिम रेलवे में 59,668 उपनगरीय यात्रियों पर बिना टिकट के यात्रा करने पर कार्रवाई की गई, जबकि इस अवधि में मध्य रेलवे पर एक लाख सात हजार यात्रियों को पकड़ा गया।

पीक ऑवर में बेटिकट यात्रियो की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए सभी स्टेशनों में टिकट निरीक्षकों की भी संख्या बढ़ाई गई है।

इन बेटिकट यात्रियों से पश्चिम रेलवे ने फरवरी में 39.96 लाख रुपये एकत्र किए, जबकि मध्य रेलवे ने 94 लाख रुपये एकत्र किए।  जून 2020 से फरवरी 2021 तक, इन दोनों रेलवे ने गैर-कीट उपनगरीय यात्रियों से कुल 4 से 5 करोड़ रुपये एकत्र किए हैं।

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