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गणेशोत्सव के लिए कोंकण जाने वालों को राहत, आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य नहीं

कोंकण पहुंचने वाले सेवकों को टीके की दो खुराक या आरटीपीसीआर परीक्षण से गुजरना पड़ा।

गणेशोत्सव के लिए कोंकण जाने वालों को राहत, आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य नहीं
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राज्य के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत (Uday samant)  ने कहा है कि कोंकण में गणेशोत्सव के लिए आने वाले कर्मचारियों के लिए टीके या आरटीपीसीआर (RTPCR)  दोनों जांच अनिवार्य नहीं है। इसलिए, इसकी जिम्मेदारी संबंधित व्यक्तियों और ग्राम कार्यबलों को सौंप दी गई है।

कोरोना संक्रमण के मद्देनजर कोंकण आने वाले कर्मचारियों के लिए वैक्सीन या RTPCR टेस्ट की दो खुराक अनिवार्य कर दी गई थी।  ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम कार्रवाई बलों को भी तदनुसार जांच करने के निर्देश दिए गए थे।  इसलिए गांवों में भ्रम या विवाद की संभावना बनी हुई थी।

रेलवे स्टेशनों पर कुछ जगहों पर आरटीपीसीआर या एंटीजन टेस्ट की भी व्यवस्था की गई।  इससे यात्रियों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई।  सामंत ने इसी पृष्ठभूमि में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह खुलासा किया।

हर साल गणेशोत्सव के दौरान कोंकण में बड़ी संख्या में चक्रमणि आते हैं।  पिछले साल इस अवधि के दौरान कोरोना के प्रकोप की अधिक घटनाओं के कारण, उन्हें 10 दिनों के लिए परीक्षण से प्रतिबंधित कर दिया गया था।  इस साल, हालांकि, कोरोना के प्रसार में काफी गिरावट आई है।

अगर उन्हें सर्दी, खांसी या बुखार जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो उन्हें अपना ध्यान रखना चाहिए।  ग्राम कार्रवाई बल को सूचना देने की भी अपील की गई है।  सामंत ने सेवकों से ग्रामीणों के साथ परिवार को सुरक्षित रखने की अपील की है।

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