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PNB में एक और घोटाला आया सामने, DHFL के 3688 करोड़ रुपए लोन फ्रॉड घोषित किए गए

डीएचएफएल ने PNB से लिए गए 97 हजार करोड़ बैंक कर्ज में से कथित रूप से 31,000 करोड़ रुपये की हेराफेरी की, यानी 31 हजार करोड़ रुपये फर्जी कंपनी बना कर लिए गए थे।

PNB में एक और घोटाला आया सामने, DHFL के 3688 करोड़ रुपए लोन फ्रॉड घोषित किए गए
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हीरा कारोबारी नीरव मोदी (nirav modi) द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (PNB)में 13 हजार करोड़ रुपए का लोन घोटाला करने के बाद अब PNB में एक और घोटाला सामने आया है। बैंक ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस लि. (DHFL) को दिए 3,688.58 करोड़ रुपये के लोन को फ्रॉड घोषित किया है। PNB की तरफ से इस घोटाले की जानकारी RBI को दे दी गई है।

PNB की तरफ से RBI को जो रिपोर्ट सौंपी गई है उसमें बताया गया है कि DHFL के 3688.58 करोड़ रुपए लोन को फ्रॉड घोषित किया गया है। साथ ही बैंक की तरफ़ से यह भी कहा गया है कि, बैंक पहले ही तय मानदंडों के तहत इसके लिये 1,246.58 करोड़ रुपये का प्रावधान यानी प्रोविजनिंग कर चुका है।

डीएचएफएल ने PNB से लिए गए 97 हजार करोड़ बैंक कर्ज में से कथित रूप से 31,000 करोड़ रुपये की हेराफेरी की, यानी 31 हजार करोड़ रुपये फर्जी कंपनी बना कर लिए गए थे।

एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी के रूप में डीएचएफएल दिवालिया घोषित कंपनी है जिसके ऊपर वर्तमान में 85,000 करोड़ रुपये का कर्ज है।

डीएचएफएल के बैंक खातों और ऋणों की जांच विभिन्न जांच एजेंसियों द्वारा की जा रही है। फर्जी कंपनियों की आड़ में दीवान हाउसिंग ने बैंकों से हजारों करोड़ रुपये उधार लिए हैं। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और यूनियन बैंक (Union Bank) ने पहले ही डीएचएफएल (DHFL) के खाते को धोखाधड़ी घोषित कर दिया है।

आपको बता दें कि, CBI ने हाल ही में Yes Bank और DHFL मामलों में चार्जशीट दायर की है।  डीएचएफएल ने यस बैंक (yes bank) द्वारा दी गई ऋण राशि का दुरुपयोग करते हुए ऋण को डूबो दिया।  

येस बैंक में भी लोन धोखाधड़ी को लेकर जांच चल रही है। कंपनी के प्रमोटर वधावन बंधु गिरफ्तार हैं और प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को ही उनकी संपत्ति कुर्क की है। येस बैंक लोन घोटाले (yes bank loan scam) के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बैंक के पूर्व प्रमुख राणा कपूर (rana kapoor) और DHFL के प्रमोटर्स कपिल वधावन (kapil wadhavan) और धीरज वधावन (dhiraj wadhavan)की 2400 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी अटैच की है। इसमें राणा कपूर की 1000 करोड़ रुपये सहित वाधवन बंधुओं की 1400 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी भी शामिल है। रिजर्व बैंक ने 2019 में ही DHFL के संचालक मंडल को बर्ख़ास्त कर दिया था।

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