मुंबई पुलिस द्वारा रात 10 बजे के बाद निर्माण कार्यों पर लगाई गई रोक पर बृहन्मुंबई नगर निगम (bmc) आपत्ति जताई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ समीक्षा बैठक में बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने राज्य सरकार से इस तरह के प्रतिबंधको हटाने का अनुरोध किया क्योंकि यह निर्माणकार्य के मलबे को हटाने के काम पर असर डाल रहा है।रात में निर्माणकार्य पर प्रतिबंध लगाने के मामले में मलबे को हटाने के काम पर असर पड़ रहा है जिसके कारण मॉनसुन के दौरान काफी समस्या पैदा हो सकती है।
मुंबई पुलिस प्रमुख संजय पांडे को 31 मई तक के लिए आदेश पर रोक लगाने के लिए कहा गया है, जब तक कि मानसून से पहले पुलिया और नाले की सफाई पूरी नहीं हो जाती। बैठक में ठाकरे ने प्री-मानसून कार्यों का भी जायजा लिया। ठाकरे ने कथित तौर पर बृहन्मुंबई नगर निगम , मुंबई मेट्रो, एमएमआरडीए और म्हाडा जैसी कई एजेंसियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की।
सीएमओ द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है की मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया था कि चल रहे बुनियादी ढांचे के काम से मानसून के दौरान जलभराव न हो। उन्होंने कांदिवली में चल रहे मेट्रो कार्यों को मानसून से पहले पूरा करने और गड्ढों को समय पर भरने के लिए भी कहा है।
सीएम ने उन सभी को 31 मई तक मलबा और गाद हटाने का काम पूरा करने का भी निर्देश दिया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मुंबई में बारिश के दौरान जलभराव न हो।
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