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तीन बार ऑपरेशन करने के बाद भी ठीक नहीं हुआ हाथ, कांदिवली के शताब्दी अस्पताल की घटना !

तीसरी बार जब उसके हाथ का ऑपरेशन किया गया तो अमन की मां माधूरी पांडे के कमर की एक हड्डी निकालकर अमन के हाथ में जोड़ा गया।

तीन बार ऑपरेशन करने के बाद भी ठीक नहीं हुआ हाथ, कांदिवली के शताब्दी अस्पताल की घटना !
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कांदिवली इलाके में स्थित शताब्दी अस्पताल की एक दिल दहलादेनेवाली घटना सामने आई है। इस अस्पताल में एक सात साल के बच्चे के हाथ का तीन बार ऑपरेशन किया गया , लेकिन उसका हाथ ठिक नहीं हुआ। आपको बता दे की लड़के के हाथ के ऑपरेशन के लिए मां की एक हड्डी ली गई थी और लड़के का ऑपरेशन भी ट्रेनी डॉक्टरों ने किया।



क्या है मामला

अमन पांडे नाम का एक सात साल का बच्चा मई 2016 में घर में खेलते हुए अचानक गिर गया। गिरने के कारण उसके हाथ में जबरदस्त चोट आई । अमन के पिता ने उसे तुरंत बोरिवली के अंकित अस्पताल नाम के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, डॉक्टरो ने अंकित के पिता को  हाथ के ऑपरेशन की सलाह दी। डॉक्टरों ने बताया की ऑपरेशन के लिए 35 हजार रुपये लगेंगे। अंकित के पिता के लिए इतनी बड़ी रकम लाना मुश्किल था, तो उन्होने अंकित को ऑपरेशन के लिए कांदिवली के सरकारी अस्पताल शताब्दी अस्पताल में भर्ती कराया।


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तीन बार किया ऑपरेशन

शताब्दी अस्पताल में अमन के हाथ का तीन बार ऑपरेशन किया गय़ा। पहली बार ऑपरेशन किया गया लेकिन ऑपरेशन के बाद हाथ टेढ़ा हो गया, जिसके बाद अमन के हाथ का फिर से दूसरी बार ऑपरेशन किया गया , जिसके बाद भी हाथ की स्थिती में कोई सुधार नहीं हुआ । बल्की अचानक से उसके हाथ में जोरों से दर्द होने लगा। तीसरी बार जब उसके हाथ का ऑपरेशन किया गया तो अमन की मां माधूरी पांडे के कमर की एक हड्डी निकालक अमन के हाथ में जोड़ा गया। लेकिन तीसरे ऑपरेशन के बाद भी अमन के हाथों में कोई फर्क नहीं पड़ा।


ट्रेनी डॉक्टरो ने किया ऑपरेशन

अमन के पिता उमेश पांडे ने अमन के हाथ के हालात में कोई भी सुधार ना होते देख शताब्दी अस्पताल पर आरोप लगाया है की अमन के हाथो का ऑपरेशन शताब्दी अस्पताल के ट्रेनी डॉक्टरो ने किया है। अमन के पिता रिक्शा चलाते है। वह बोरिवली में एक झोपड़पट्टी में रहते थे, लेकिन एसआरए में उनकी झोपड़पट्टी तोड़ी गई और उन्हे नालासोपारा में एक अस्थाई मकान दिया गया है। वह नालासोपारा से शताब्दी अस्पताल साल भर चक्कर लगाते रहे। अमन के पिता का कहना है की पिछलें एक सालों से वो डॉक्टरो के चक्कर लगा रहे है लेकिन डॉक्टरो ने अमन की स्थिती को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई , बार बार ऑपरेशन करने के बाद भी अमन के हाथ की हालत ठिक नहीं हुई है।


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चौथी बार ऑपरेशन की दी सलाह

शताब्दी अस्पताल के लिए अमन के हाथ मानों जैसे एक प्रयोग का हिस्सा बन गये है। तीन बार ऑपरेशन करने के बाद भी शताब्दी अस्पताल ने अमन के पिता को चौथी बार अमन के हाथ का ऑपरेशन कराने की सलाह दी है। लेकिन अब उसमें भी कितना समय लगेगा ,नही पता। अमन के पिता ने दोषी डॉक्टरो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है और इसके साथ ही उनका कहना है की अमन का हाथ जल्द से जल्द ठिक किया जाये।


अस्पताल ने आरोपो को किया खारीज

जब इस पूरे मामले में अस्पताल से संपर्क किया गया तो अस्पताल के मुख्य मेडिकल अधिकारी निरिक्षक डॉ.प्रदीप आंग्रे ने इन सभी आरोपों को खारीज कर दिया। डॉ.प्रदीप आंग्रे ने कहा की ये आरोप गलत है की डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से अमन की ये हालत हुई है , हम तो उसके हाथ को जल्द से जल्द ठिक करने का प्रयास कर रहे है, महीनेभर में ये ऑपरेशन किया जाएगा जो बिल्कूल मुफ्त और इसके साथ ही इस पूरे मामले की जांच के लिए एक समिती बनाई गई है जिसकी रिपोर्ट आने के बाद संबंधित लोगों पर योग्य कार्रवाई की जाएगी।


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