मुंबई जहां एक ओर कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है तो वही दूसरी ओर गैस्ट्रोएन्टराइटिस Gastroenteritis Malaria) और मलेरिया के मरीजो की भी संख्या में बढोत्तरी हो रही है। शहर में अभी मॉनसून आने के बाद मलेरिया, डेंगू और गैस्ट्रोएंटेराइटिस जैसी बीमारियां बढ़ रही हैं। जून के पहले पांच दिनों में, मलेरिया के कारण लगभग 60 लोग अस्पताल में भर्ती हुए, जबकि 80 गैस्ट्रोएंटेराइटिस के कारण और 10 डेंगू के कारण भर्ती हुए।
इन इलाको में बढ़ रहे है मामले
बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बांद्रा, खार, सांताक्रूज, मझगांव, नागपाड़ा और भायखला में गैस्ट्रोएंटेराइटिस के मरीजों के मामलो में बढ़ोत्तरी हो रही है। वहीं वर्ली, लोअर परेल, प्रभादेवी और महालक्ष्मी में मलेरिया के सबसे ज्यादा मामले देखने को मिले।
हालांकी राहत की ये है की इन बीमारियों के कारण कोई मौत नहीं हुई है। बीएमसी के स्वास्थ अधिकारी ने कहा है की मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए। विशेषज्ञों का मानना है कि मेट्रो का काम, अन्य निर्माण गतिविधियों के साथ-साथ दक्षिण मुंबई के वार्डों में मलेरिया और डेंगू की संख्या बढ़ रही है।
डेंगू और मलेरिया के लक्षण तेज बुखार, शरीर में अत्यधिक दर्द, मतली और सिरदर्द है। जनवरी से जून के बीच, मुंबई में मलेरिया के 950 मामले, डेंगू के 94 मामले, लेप्टोस्पायरोसिस के 24 से अधिक मामले, गैस्ट्रोएंटेराइटिस के 2442 और हेपेटाइटिस के 204 मामले दर्ज किए गए हैं।
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