पेट्रोल, डीजल और घरेलू गैस के दामों में बेतहाशा वृद्धि को लेकर मुंबई कांग्रेस ने केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार के विरोध में आंदोलन किया। चर्चगेट स्टेशन के बाहर आयोजित इस मोर्चे का नेतृत्व मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने किया। इस मोर्चे में महिला कांग्रेस सदस्यों के अलावा तमाम पुरुष कांग्रेस कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।
इस मोर्चे में संजय निरुपम ने कहा कि पूरे भारत में सबसे अधिक महंगा तेल और गैस मुंबई में मिलता है जो मुंबईकरों पर अन्याय है। उन्होंने कहा कि मुंबई में पेट्रोल 81 रूपये, डीजल ६८ रूपये जबकि घरेलू गैस 784 रूपये सिलेंडर में मिलता है जो कि भारत में सबसे अधिक है। इसीलिए हम या मोर्चा निकाल कर इस महंगाई के कारण पीएम मोदी और सीएम देवेंद्र फडणवीस का विरोध करते हैं।
निरुपम ने यह मांग की कि पेट्रोल और डीजल को भी जीएसटी के अंतर्गत लाना चाहिए इससे इनकी कीमतों में कमी आएगी और लोगों को रहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने शराब और पेट्रोल-डीजल को छोड़कर अन्य सारी वस्तुओं को जीएसटी में शामिल किया है, क्योंकि शराब, पेट्रोल-डीजल पर वह लोगों से भारी मात्रा में एक्साइज वसूलती है जिससे यह महंगा मिलता है, इसीलिए मेरी मांग है कि वह पेट्रोल और डीजल को भी जीएसटी में शामिल करे।
अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड आयल जब सस्ता है तो तब यहां इतने महंगे दामों में लोग तेल खरीद रहे हैं, अगर क्रूड आयल महंगा हो जायेगा तो तब तो कीमतें आसमान छूने लगेंगी जो कि मुंबईकरों के साथ अन्याय है। इसीलिए मोदी सरकार ने मांग है कि उन्हें इस बारे में विचार करना चाहिए।