कोरोनावायरस (Coronavirus) की पहली और दूसरी लहर में कई लोगों की मौत हो चुकी है। कई परिवारों में, माता और पिता दोनों या माता-पिता में से एक की मृत्यु हो गई है और बच्चे अनाथ हो गए हैं। साथ ही पति की कोरोना से मौत के कारण पत्नी को अकस्मात परिवार और आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा है। ऐसे में उनका भविष्य अंधकारमय होने की संभावना है।
नवी मुंबई नगर निगम (Navi mumbai) ने अब ऐसे बच्चों और महिलाओं की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है ताकि वे शिक्षा, रोजगार और वित्तीय स्वतंत्रता के मामले में आत्मनिर्भर बन सकें। नगर आयुक्त अभिजीत बांगर ने अनाथों के साथ-साथ अपने पति को खो चुकी पत्नियों की मदद के लिए चार कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की है।
कोरोना ने उन बच्चों की देखभाल के लिए फंडिंग की घोषणा की है, जिन्होंने माता-पिता या माता-पिता दोनों को खो दिया है। योजना के तहत बच्चा 18 साल की उम्र तक आर्थिक सहायता का पात्र होगा।
माता-पिता दोनों को खोने वाले बच्चे को वित्तपोषित करना
आयु 0 से 5 - 2000 रुपये प्रति माह
आयु 6 से 10 वर्ष - 4000 रुपये प्रति माह
उम्र 11 से 18 - 6000 रुपये प्रति माह
माता-पिता को खोने वाले बच्चे को वित्तपोषित करना
आयु 0 से 5 - 1000 रूपयेे प् माह
आयु 6 से 10 वर्ष - 2000 रुपये प्रति माह
उम्र 11 से 18 - 3000 प्रति माह
कोविड के कारण अपने माता-पिता दोनों को खो चुके 18 से 21 वर्ष आयु वर्ग के बेरोजगार युवकों को रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है।
पति को खोने वाली महिला को 1.50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी। महिला स्वरोजगार के लिए एक लाख रुपये जीवन में एक बार व्यवसाय शुरू करने के लिए दिए जाएंगे।
इन चारों योजनाओं की विस्तृत जानकारी, प्रस्तुत किए जाने वाले दस्तावेजों के साथ-साथ अन्य सहायक जानकारी नवी मुंबई नगर निगम की वेबसाइट www.nmmc.gov.in पर उपलब्ध कराई गई है।
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