मुंबई में अब बीएमसी स्कूलों में कक्षा 5वीं और 6ठीं की लड़किया भी मुफ्त में सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल का इस्तेमाल कर सकेगी। शुरुआत में सैनिटरी नैपकिन देनेवाली कियोस्क मशीन को केवल VII-X कक्षी तक बढ़नेवाली लड़कियां ही इस्तेमाल कर सकती थी। लेकिन अब बीएमसी के इस फैसले के बाद अब कक्षा 5वीं और 6ठीं की लड़कियां भी इसका इस्तेमाल कर सकते है।
छात्रों की संख्या को बढ़ाने के लिए फैसला
शुक्रवार को शिवसेना नेता विशाखा राउत ने स्थायी समिति की बैठक में इस प्रस्ताव को उठाया जिसे अध्यक्ष ने मंजूरी दे दी। मुफ्त में सैनेटरी देने का फैसला बीएमसी ने इसलिए किया था ताकी ज्यादा से ज्यादा छात्रों को स्कूलों में लाया जा सके। बीएमसी के इस फैसले में नि: शुल्क सैनिटरी नैपकिन और डिस्पोजेबल पाउच भी शामिल है।
बीएमसी के शिक्षा विभाग ने पहली बार 2016 में वेंडिंग मशीनों के माध्यम से मुफ्त सैनिटरी नैपकिन और डिस्पोजेबल बैग देने की इस पहल की। पहले चरण में, सैनिटरी नैपकिन और डिस्पोजेबल पाउच वेंडिंग मशीन 25 स्कूलों में स्थापित की जाएंगी
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