मुंबई पुलिस (mumbai police) ने एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है जो मुंबई के लॉकडाउन (lockdown) में स्थिति का फायदा उठाकर राज्य से बाहर जाने वाले लोगों को नकली ई-पास (e-pass) बना कर दे रहा था।
इस आरोपी के पास मुंबई पुलिस के अलावा नवी मुंबई पुलिस, पालघर पुलिस और जिला कलेक्टर के QR कोड था, जिसमें फेरबदल करके यह ई-पास बनाता और उन्हें 5 से 6000 रुपये में बेच देता था। आरोपी काा नाम मनोज हुम्बे हैै। अब पुलिस आगे की जांच कर रही है।
कोरोना महामारी के कारण मुंबई और उसके आसपास जिलों में लॉकडाउन घोषित किया गया है। पिछले दो महीनों से जारी प्रतिबंध से देश की ही नहीं बल्कि राज्यों की भी अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। कई प्रवासी मजदूर शहरों से पलायन करके अपने गांव पैदल ही निकल पड़े हैं, जबकि जिनके पास थोड़े बहुत पैसे हैं वे निजी वाहनों से अपने गांव पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ऐसे लोगों के पास सबसे बड़ी समस्या ई-पास को लेकर है। बिना ई-पास के एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने पर पाबंदी लगाई गई है।
बस इसी नियम का अनुचित तरीके से फायदा उठाते हुए कुछ ठगों ने लोगों को लूटना शुरू कर दिया। ये ठग राज्यों के संबंधित विभागों के QR कोड में बदलाव करके नकली ई-पास बना कर उसे मजबूर लोगों को 5 से 6 हजार में बेच देते थे। यह सारा काम फोन के माध्यम से होता था, और ई-पास बन जाने के बाद ये ठग पार्टी को watsapp कर देते थे। और पैसा इनके खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता था।
ऐसे लोगों की इस हरकत का पता डोंगरी पुलिस को चला। इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाया और मनोज हुम्बे को चेंबूर से गिरफ्तार किया।