शुक्रवार को कफपरेड इलाके में जहां एक ही परिवार के तीन लोगों के आत्महत्या करने की खबर से मुंबईकर उबरे भी नहीं थे कि शनिवार को भी इससे भी ह्रदय विदारक खबर सुनने को मिली। बांद्रा में भी एक ही परिवार के चार लोगों ने आत्महत्या कर ली। यह परिवार बांद्रा ईस्ट स्थित सरकारी कॉलोनी में रहता था। 2 दिन के अंदर मुंबई में सामूहिक आत्महत्या करने की यह दूसरी घटना है।
सभी ने पीया जहर
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक राजेश भिंगारे (45) अपने परिवार के साथ सरकारी कॉलोनी के बिल्डिंग नंबर 2 के रूम नंबर 201 में रहता था। भिंगारे के परिवार में उसकी पत्नी अश्विनी और दो बच्चे तुषार (23) और गौरांग (19) थे। शनिवार को सभी ने चूहे मारने वाली दवाई पीकर आत्महत्या कर ली। सभी को सायन अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
गरीबी को बताया जिम्मेदार
कफ परेड में जिस परिवार ने सुसाइड किया उसने अपने सुसाइड नोट में गरीबी को जिम्मेदार बताया था, जबकि भिंगारे मंत्रालय में सरकारी विभाग के राशन वितरण विभाग में नौकरी करता था। पुलिस को भिंगारे के घर से भी सुसाइड नोट मिला जिसमें उसने भी गरीबी से तंग आकर सुसाइड करने की बात लिखी है।
पुलिस कर रही जांच
मौके पर खेरवाड़ी पुलिस ने पहुंच कर लाश को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि सरकारी नौकरी करने वाला शख्स गरीबी से तंग आकर आखिर कैसे जान दे सकता है? या फिर आत्महत्या की दूसरी कोई वजह है?
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