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लो अटेंन्डेंन्? नो टेन्शन!

कम अटेंडेस वाले छात्रों को विश्वविद्यालय प्रशासन ने आयडल विभाग से परीक्षा देने का रास्ता साफ किया है।

लो अटेंन्डेंन्? नो टेन्शन!
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मुंबई विश्वविद्याल में छात्रों को 75 फिसदी से कम अटेंडेंस होने पर परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाता है , लेकिन विश्वविद्यालय ने इसका भी एक रास्त खोज निकाला है। छात्रों को राहत देते हुए विश्वविद्यालय ने अब उन छात्रों को परीक्षा में बैठने की इजाजत दे दे ही जिनके अटेंडेस 75 फिसदी से कम है। 75 फिसदी से कम अटेडेंस वालों प्रथम व द्वितीय वर्ष बीकॉम और बीए के छात्रों को परीक्षा देनें के लिए आयडल में अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। छात्रों को इसके लिए 10 मई से रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

मुंबई विश्वविद्यालय के एनएम कॉलेज, मिठीबाई, केईएस श्रॉफ, तो वही दक्षिण मुंबई के विल्सन के कई छात्रों की उपस्थित 75 फिसदी से कम होने के कारण उन्हे परीक्षा में बैठने से मना कर दिया गया। इस नियम का विरोध करते हुए कई छात्रों के साथ साथ परीजनों ने भी इसका विरोध किया। शिवसेना ने युवा विंग युवासेना के पदाधिकारियों ने भी इस मामले में परीक्षा व मूल्यमापन मंडल के संचालक डॉ. अर्जुन घाटुले से मुलाकात की थ. जिसके बाद विश्वविद्यालय ने ये फैसला लिया।

क्या कहता है नियम

मुंबई विश्वविद्यालय के नियम के मुताबिक अगर छात्र की उपस्थिती 75 फिसदी से कम है तो उसे परीक्षा में बैठनें नहीं दिया जाता है। यदि छात्र बीमार है, या छात्र किसी प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लेतें है तो ऐसे छात्रों को परीक्षा में बैठने के लिए छुट दी जाती है।

विश्वविद्यालय के परीपत्रक के अनुसार 10 मई से छात्रों को आयडल में प्रवेश लेनें की आवश्यकता होगी। ये रजिस्ट्रेशन सिर्फ एक ही दिन चलेगा। इसके लिए छात्रों को कॉलेज से एनओसी और रिजल्ट से संबंधित दस्तावेज देने होंगे।

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