बीएमसी स्कूलो में छात्रों की छटती संख्या को देखते शिक्षा विभाग ने एक नया आदेश जारी किया है। बीएमसी शिक्षा समिति की अध्यछता सुभदा गुडेकर ने संबंधित कर्मचारियों और अधिकारियों को आदेश दिया है की वो बीएमसी स्कूलो में छात्रों की संख्या बढाये वरना उनके उपर कार्रवाई की जाएगी।
2018 -19 के लिए बीएमसी की ओर शिक्षा विभाग के बजट का ऐलान किया गया है। जिसमें बीएमसी स्कूलों के छात्रों की स्थिती और घटती संख्या पर भी चिंता जताई गई है। इसके साथ ही इस बात का भी ऐलान किया गया बीएमसी की ओर से इस बात पर विशेष जोर दिया जाएगा की छात्रों की संख्या बढ़ाई जा सके।
क्यो बीएमसी स्कूलों में छात्र नहीं आ रहे है
दरअसल पिछलें कुछ दिनों से बीएमसी स्कूलो में छात्रों की संख्या में लगातार गिरावट देखी जा रही है। खासकर मराठी और उर्दु माध्यम में छात्रों की संख्या गिरी है। इसके साथ ही निजी स्कूलों के बढ़ते सुविधाओं की वजह से छात्रों ने अंग्रेजी माध्यम के निजी स्कूलों का भी रुख किया है।
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2018-19 मुंबई शिक्षा विभाग के बजट सत्र में शिक्षा समिति के अध्यक्ष शुभदा गुडेकर ने कहा था की स्कूलों की संख्या और स्कूलों की छात्रों की कमी के कारण निजी संस्थानों के साथ मिलकर स्कूल खोले जाएंगे। जिससे छात्रों की संख्या बढ़ सके और ज्यादा से ज्यादा छात्रों को बीएमसी स्कूलों की ओर खिंचा जा सके। इसके साथ ही बीएमसी 649 स्कूलों में मातृभाषा के साथ साथ अंग्रेजी भी सिखाएगी।