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एकता कपूर, गुनीत मोंगा और ताहिरा कश्यप खुराना 'इंडियन वुमन राइजिंग' लॉन्च करने के लिए आईं एक साथ

भारत में, स्क्रीन पर महिलाओं के प्रतिनिधित्व के बारे में बहुत चर्चा की गई है। हालांकि यह स्थिति आदर्श से बहुत दूर है, लेकिन कैमरे के पीछे महिलाओं पर ध्यान ओर भी अधिक सीमित है।

एकता कपूर, गुनीत मोंगा और ताहिरा कश्यप खुराना 'इंडियन वुमन राइजिंग' लॉन्च करने के लिए आईं एक साथ
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सिनेमा में भारतीय महिला प्रतिभा को समर्थन देने और सशक्त बनाने के प्रयास के रूप में, बालाजी टेलीफिल्म्स लिमिटेड, बालाजी मोशन पिक्चर्स और ऑल्ट बालाजी की जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर और क्रिएटिव डायरेक्टर एकता कपूर, सिखया एंटरटेनमेंट की संस्थापक और सीईओ गुनीत मोंगा और लेखक व फिल्म निर्माता ताहिरा कश्यप खुराना 'इंडियन वुमन राइजिंग' की नींव रखने के लिए एक साथ आईं है जो एक सिनेमा कलेक्टिव पहल है।

भारत में, स्क्रीन पर महिलाओं के प्रतिनिधित्व के बारे में बहुत चर्चा की गई है। हालांकि यह स्थिति आदर्श से बहुत दूर है, लेकिन कैमरे के पीछे महिलाओं पर ध्यान ओर भी अधिक सीमित है।

इस सिनेमा कलेक्टिव के ओरिजिन के बारे में बात करते हुए, गुनीत मोंगा ने कहा, “भारत में कुल निर्देशक में से 5% से भी कम महिलाएं हैं। समय आ गया है कि हम इन आँकड़ों को बदल दें। मेरा दृढ़ता से मानना है कि भारत प्रतिभाओं से लैस एक सोने की खान है और इस कलेक्टिव के साथ हम कई अद्भुत महिलाओं पर स्पॉटलाइट डालना चाहते हैं जिन्हें हमारे इस विनम्र समर्थन से लाभ मिल सकता है। हमारा इरादा स्वतंत्र महिला रचनाकारों को बढ़ाने के लिए हमारे कलेक्टिव रिसोर्स का उपयोग करना है। ”

ताहिरा कश्यप खुराना कहती हैं, ''महिलाओं के बारे में काम सीमित मात्रा में होता है और अगर यह महिलाओं द्वारा होता है इसके दायरे को ओर कम कर दिया जाता है। हम, एक सिनेमा कलेक्टिव के रूप में, फिल्मों के दायरे में इसे संबोधित करने की कोशिश कर रहे हैं।  चूंकि जब महिलाओं और उनकी कहानियों की बात आती है तो मटेरिअल बेहद सीमित है, तो हम आसानी से स्टीरियोटाइप हो जाते हैं। या तो हमारे पास स्पेक्ट्रम के एक छोर पर क्रांतिकारी हैं या दूसरे छोर पर त्रासदी से त्रस्त डैमल्स हैं। मेरा मतलब है कि हम सब हो सकते हैं लेकिन हमारे लिए बहुत कुछ है। हमारी बैंडविड्थ सामान्य धारणा की तुलना में व्यापक है जिसमें शायद बदलाव आ सकता है यदि हमारे पास अधिक महिलाएं न केवल कैमरे के सामने बल्कि पीछे भी काम कर रही होंगी। यह कलेक्टिव महिलाओं के बारे में सोची जाने वाली धारणाओं को बाधित करने का इरादा रखती है। "

एकता कपूर ने साझा किया,"जब गुनीत और ताहिरा ने मुझे इस कलेक्टिव को लॉन्च करने के आईडिया के बारे में बताया, तो यह मेरे लिए एक इंस्टेंट हां था। मेरे लिए हमेशा से ही समान व्यक्तियों के साथ सहयोग करना रोमांचक रहा है। मेरा हमेशा से मानना रहा है कि महिलाओं को सही अवसर और समर्थन मिलने पर वह कमाल कर सकती हैं। इंडियन वुमन राइजिंग के माध्यम से, हमारी दृष्टि, स्वतंत्र महिला फिल्म निर्माताओं और रचनाकारों को सशक्त बनाना और उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच देना है। हमें उम्मीद है कि हमारा कलेक्टिव अधिक महिला निर्देशकों को उनके काम के साथ आगे आने और हमारे उद्योग में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेगा। ”

कलेक्टिव का उद्देश्य सिनेमा में भारतीय महिला प्रतिभाओं की खोज करना है और उनके काम को मार्केटिंग, बिक्री और वितरण के साथ भौगोलिक स्थानों पर ध्यान दिए बिना बढ़ावा देना है। भारत में या इसके बाहर कोई भी फिल्म निर्माता कलेक्टिव के लिए आवेदन कर सकता है। अपने पहले चरण में, कलेक्टिव सक्रिय रूप से केवल तैयार फिल्मों की तलाश करेगी-चाहे वह एक शार्ट, एक डॉक्यूमेंट्री या फिर एक फीचर फिल्म हो।

क्या है 'इंडियन वुमन राइजिंग'?

इंडियन वूमन राइजिंग एक सिनेमा कलेक्टिव है जिसका उद्देश्य दुनिया भर के सिनेमा में भारतीय महिला प्रतिभाओं की खोज करना, उनका पोषण करना और उन्हें लाना है। तीन विपुल महिला और उद्योग की दिग्गज, एकता कपूर, गुनीत मोंगा और ताहिरा कश्यप खुराना द्वारा निर्देशित, यह जुनूनी परियोजना यथास्थिति को बाधित करने के एकमात्र उद्देश्य और भारतीय महिला फिल्म निर्माताओं की आवाज को बढ़ाने के एकमात्र उद्देश्य के साथ अस्तित्व में लाया गया है क्योंकि अब कंटेंट ही क्वीन है। कलेक्टिव का वास्तव में मानना है कि जब एक महिला उभर कर सामने आती है, तो वह कई और लोगों के लिए दरवाजे खोलती है,  वह वक़्त आ गया है, जब महिलाएं, महिलाओं को सक्षम बनाएंगी।

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