मौसम विभाग (skymet) ने भविष्यवाणी की है कि इस बार मुंबई में मानसून (monsoon in mumbai) का आगमन देरी से हो सकता है। मौसम विभाग के अनुसार अमूमन जून के पहले सप्ताह तक मानसून का आगमन हो जाता था लेकिन इस बार यह दूसरे सप्ताह तक आने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
बताया जा रहा है कि स्काईमेट ने मानसून के आगमन और प्रस्थान में कुछ बदलाव देखे हैं। मानसून आम तौर पर दक्षिण के केरल से शुरू होता है। यदि मानसून 1 जून को केरल में देरी से आता है, तो मानसून का समय शेष भारत में भी बदलता है। फसलों की बुवाई भी इस पर निर्भर करती है, इसलिए किसानों सहित सभी को मानसून का इंतजार रहता है। मौसम विभाग ने साल 1961 से लेकर साल 2019 तक यानी 58 साल तक जो मानसून को लेकर अध्ययन किया है उसके अनुसार ऐसा लगा है जैसे मानसून के समय को लेकर कुछ बदलाव हो रहा हो।
मौसम विभाग के मुताबिक इस बार मानसून भारत मे 1 जून से शुरू होगा। इसमें कोई बदलाव नहीं होगा। लेकिन कुछ राज्यों में मानसून के समय में बदलाव आया है।
स्काइमेट के अनुसार, मानसून के तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश में 3 से 7 दिन पहले आ सकता है या इतने ही दिन देरी से आ सकता है। जबकि उत्तर और पश्चिम भारत में मानसून 15 जुलाई के बजाय 8 जुलाई को शुरू होगा।
दिल्ली (दिल्ली मौसम) में मानसून 23 जून के बजाय 27 जून से शुरू होगा। जबकि मुंबई में मानसून 10 जून के बजाय 11 जून को आने की संभावना है।
स्काईमेट ने भविष्यवाणी की है कि इस साल का मानसून 29 सितंबर के बजाय 8 अक्टूबर तक रहेगा।