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तो फिर लॉकडाउन के सिवा कुछ भी चारा नहीं होगा: मेयर किशोरी पेडणेकर

मेयर किशोरी पेडनेकर (mayor kishori pednekar) ने कहा कि, मुंबई में जिस तरह से कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़ रही है वह चिंता का विषय है। अधिकांश लोग बिना मास्क पहने ही यात्रा कर रहे हैं।

तो फिर लॉकडाउन के सिवा कुछ भी चारा नहीं होगा: मेयर किशोरी पेडणेकर
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मुंबई में कोरोना (corona case in mumbai) के मामले बढ़ने के बाद सरकार ने चिंता प्रकट की है। मेयर किशोरी पेडनेकर (mayor kishori pednekar) ने कहा कि, मुंबई में जिस तरह से कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़ रही है वह चिंता का विषय है। अधिकांश लोग बिना मास्क पहने ही यात्रा कर रहे हैं। लोगों को सावधान रहने की जरूरत है, नहीं तो हम फिर से लॉकडाउन (lockdown) घोषित करेंगे। घोषित करें या नहीं?  

मेयर ने आगे कहा, मुंबईकरों की लापरवाही के कारण कोरोना रोगियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। फलस्वरूप, BMC को फिर से कड़ा रुख अपनाना होगा। बीएमसी ने चेंबूर में कुछ सोसायटियों को नोटिस भेजा है और उन्हें कोरोना के बारे में नियमों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही इमारतों और सोसायटियों में कोरोना मरीज पाए जाने के बाद सील करने की सूचना भी दी गई है।

मुंबई में, सोमवार को 493 नए कोरोन वायरस के मरीज सामने आए, जबकि 3 रोगियों की मृत्यु हो गई। कोरोना मरीजों की संख्या में 5 फीसदी तक उछाल आया है, जिससे प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।

चेंबूर में, एक ही दिन में 25 से अधिक मरीज सामने आने के बाद, कोरोना वृद्धि दर में 0.28 प्रतिशत तक पहुंच गई है। इसके पहले क्षेत्र में 15 से भी कम मरीज पाए जाते थे। इसलिए, चेंबूर में बीएमसी के एम-वेस्ट वार्ड ने सोसायटी और फेेरीवालों को कोरोना का टेस्ट करने का निर्देश दिया है। इमारत में रहने वाले निवासियों को मास्क और सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं करते हुए देखा जा रहा है।

BMC ने सोसायटियों में निम्न दिशा निर्देश दिए गए हैं:

  • बिल्डिंग के अंदर हाउसकीपर और दूध वाले के अतिरिक्त किसी को भी अंदर आने अनुमति न दें।
  • थर्मल स्क्रीनिंग जैसी चीजों का सख्ती से पालन करें। कोरोना के लक्षण सामने आने पर परिवार को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन में रहना होगा।
  • हाई-रिस्क वाले परिवार के सदस्यों के लिए कोरोना परीक्षण अनिवार्य है।
  • सोसायटी में, किसी एक को लक्षण सामने आते हैं, सभी का टेस्ट अनिवार्य है।

सोमवार को, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (ajit pawar) और स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (rajesh tope) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कोरोना के प्रति लापरवाही बरतने वालों को स्पष्ट रूप से चेतावनी दी। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा, यदि आवश्यक होगा तो कठोर निर्णय लेने होंगे साथ ही उन्होंने, लॉकडाउन की भी चेतावनी दी।

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