मुंबई समेत पूरे देश में कोरोना (Coronavirus) का खतरा टला नहीं है। चूंकि कई क्षेत्रों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है, इसलिए अगले साल तक मास्क (Mask) पहनना अनिवार्य होगा। इस संबंध में नीति आयोग ने केंद्र सरकार के सवाल पर सफाई दी है। इसलिए संभावित तीसरी लहर के खतरे से बचने के लिए कोरोना नियमों का पालन करना जरूरी है, साथ ही मास्क पहनना भी अनिवार्य है।
मास्क भी उतना ही जरूरी है जितना कि कोरोना से बचाव के टीके। कई नागरिक बिना मास्क के सड़कों पर घूमते नजर आ रहे हैं। इस दौरान नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल ने केंद्र सरकार ने जब इस बारे में नीति आयोग से पूछा तो उसने साफ कर दिया है कि उसे फिलहाल इस मास्क से निजात नहीं मिलेगी। अगले साल तक मास्क अनिवार्य है और उन्होंने सामाजिक गड़बड़ी की भी अपील की है।
देश में कोरोना की दूसरी लहर मच गई है। देश में हर दिन रिकॉर्ड संख्या में कोरोनावायरस देखने को मिल रहा था। स्वास्थ्य सेवा पर भारी दबाव था। महाराष्ट्र राज्य ने भी अन्य राज्यों की तुलना में कोरोना की दूसरी लहर के अधिक गंभीर परिणाम देखे। हालांकि फिलहाल खतरा कम है, लेकिन त्योहार पर कोरोना फिर से दिखाई दे रहा है।
कोरोना ने कई नागरिकों की जान ले ली है। फिलहाल कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आ रही है। लेकिन तीसरी लहर की संभावना के साथ भी नागरिकों को नियमों का पालन करने की जरूरत है। कई नागरिक वर्तमान में 2 टीके ले रहे हैं और ऐसा लगता है कि नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। देखने में आया है कि कई लोग मास्क का इस्तेमाल भी नहीं करते हैं। इसी पृष्ठभूमि में नीति आयोग ने भी कहा है कि मास्क अनिवार्य है।
महाराष्ट्र सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगर आप 2 खुराक लेते हैं, तो भी मास्क बाध्यकारी है। यहां तक कि जिन लोगों को टीका लगाया गया है, उन्हें भी मास्क पहनना और सामाजिक दूरी का पालन करना होगा। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि फिलहाल फेस मास्क नहीं हटाया जाएगा।