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डेंगू और मलेरिया के प्रसार को रोकने के लिए BMC ने धोबी घाट पर किया ड्रोन से छिड़काव

नगर निगम (बीएमसी) ने मुंबई में ड्रोन से मच्छरों के लिए छिड़काव शुरू कर दिया है।

डेंगू और मलेरिया के प्रसार को रोकने के लिए BMC ने धोबी घाट पर किया ड्रोन से छिड़काव
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डेंगू और मलेरिया के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुंबई नगर निगम (BMC) ने मच्छरों के लिए मुंबई में ड्रोन का छिड़काव शुरू कर दिया है। धोबीघाट से ड्रोन छिड़काव  ( DHOBI GHAT DRONE) अभियान शुरू कर दिया गया है। घनी आबादी वाले क्षेत्रों में मलेरिया और डेंगू के मच्छरों के लार्वा को नष्ट करना एक समस्या है। इसलिए नगर निगम ने ड्रोन कैमरों की मदद से इन मच्छरों की उत्पत्ति का पता लगाना शुरू कर दिया है। इसके अलावा इन इलाकों में अब ड्रोन से कीटनाशकों का छिड़काव किया जाएगा।

महालक्ष्मी धोबी घाट पर मेयर किशोरी पेडनेकर भी मौजूद रहीं। पूरा अभियान उन्हीं की देखरेख में गुजरा। मेयर ने कहा कि आदित्य ठाकरे की अवधारणा से पूरे जी/दक्षिण संभाग के सभी वार्डों में ड्रोन का छिड़काव किया जाएगा। हम मुंबईकरों को अच्छे स्वास्थ्य में रखने की कोशिश कर रहे हैं और नगरसेवकों ने प्रत्येक वार्ड को एक ड्रोन देने की मांग की। नागरिकों को अपने घरों की भी देखभाल करने की आवश्यकता है। मेयर ने कहा कि नागरिकों को सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि घर में सजावटी बर्तनों की सजावट के कारण वातानुकूलित सिस्टम की टंकियों में पानी जमा नहीं होगा। 

ड्रोन को सीएसआर से खरीदा गया था। इस पर 7.5 लाख रुपये खर्च का अनुमान है। जी/दक्षिण खंड में, बड़ी संख्या में जीर्ण-शीर्ण मिलें, लोअर परेल रेलवे कार्यशाला के स्थल पर छत के गटर, मलिन बस्तियों के शीर्ष पर तिरपाल आदि का उपयोग मानसून के दौरान पानी के भंडारण के लिए किया जाता है। कीट नियंत्रण विभाग के कर्मचारियों के क्षेत्र का निरीक्षण करने और जड़ी-बूटियों का छिड़काव करने में असमर्थता के कारण मलेरिया रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है। तद्नुसार स्थानीय विधायक एवं पर्यावरण मंत्री के मार्गदर्शन में ड्रोन क्रय कर उपरोक्त स्थानों पर जून 2021 से ड्रोन की सहायता से कीटनाशक का छिड़काव किया जा रहा है।

ड्रोन में 10 लीटर की टैंक क्षमता और आधे घंटे की बैटरी क्षमता है। ड्रोन को थिंक केयर कंपनी की मदद से एक प्रशिक्षित पायलट उड़ा रहा है। इसके अलावा, विभाग में कीट नियंत्रण विभाग के कर्मचारियों द्वारा कुल 689 मलेरिया ले जाने वाले नृत्यों का पता लगाया गया और उन्हें नष्ट कर दिया गया। मुंबई में कोरोना की दूसरी लहर काबू में आने के साथ ही महामारी का खतरा बढ़ता जा रहा है. बदलते मौसम और बारिश इस संक्रमण के लिए पौष्टिक होते जा रहे हैं। इसलिए नगर निगम प्रशासन ने मुंबईवासियों से उचित सावधानी बरतने और समय पर चिकित्सकीय सलाह लेने की अपील की है। अगस्त के महीने में मुंबई शहर और उपनगरों में मलेरिया और डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है.

इस साल अब तक कुल 209 डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं। जनवरी से अगस्त के बीच मलेरिया के 3,338 मामले सामने आए। इसके अलावा, पिछले आठ महीनों में गैस्ट्रोएंटेराइटिस के 1,848 मरीज दर्ज किए गए।डेंगू और मलेरिया को दूर रखने के लिए मच्छरों की पहचान कर उन्हें हटाना होगा। रुके हुए पानी में डेंगू के लार्वा बनते हैं। पानी की बचत नहीं करने के लिए नगर पालिका चुनौती दे रही है।

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