भारत रत्न लता दीनानाथ मंगेशकर इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ म्यूजिक सर्टिफिकेट कोर्स(Bharat Ratna Lata Deenanath Mangeshkar International College of Music Certificate Course) पी.एल. देशपांडे अकादमी को 28 सितंबर से अस्थायी अवधि के लिए शुरू करने की मंजूरी दी गई। बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने की।
इस संबंध में 14 सदस्यों की कमेटी गठित कर 16 अगस्त को हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए। जिसके बाद एक वर्ष की अवधि के 6 पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जाएंगे। इसमें कुल 150 छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा।
ये कोर्स होंगे शामिल
इन पाठ्यक्रमों में हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत, भारतीय बांसुरी, तबला, सतार, हारमोनियम/कीबोर्ड, साउंड इंजीनियरिंग में सर्टिफिकेट कोर्स शामिल हैं। इस महाविद्यालय का कार्य सुव्यवस्थित एवं उत्कृष्ट गुणवत्ता का हो, इसके लिए हृदयनाथ मंगेशकर की अध्यक्षता में एक सलाहकार बोर्ड का गठन किया गया है। इसमें उषा मंगेशकर, आदिनाथ मंगेशकर, सुरेश वाडकर, मयूरेश पाई और सदस्य होंगे।
इसके लिए कलिना में पुस्तकालय निदेशालय का 7 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र कला निदेशक को सौंपा जा रहा है। वर्तमान में पीयू देशपांडे कला अकादमी का स्थान अस्थायी आधार पर उपलब्ध कराया जाएगा।
वर्तमान में शिक्षण पद पारिश्रमिक के आधार पर हैं और लिपिक टाइपिस्ट के पद बाहरी प्रणाली से भरे जाएंगे। इसके अलावा मशीनरी और उपकरण भी खरीदे जाएंगे। इस पर हर महीने करीब 1 करोड़ 75 लाख रुपए खर्च होंगे।
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