ठाकरे परिवार से पहली बात चुनाव लड़ रहे आदित्य ठाकरे लगभग 24 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं। उनकी जीत पक्की मानी जा रही है। वे शुरू से ही अपने विरोधियों से काफी आगे थे। उनके लड़ने से शिवसैनिकों में काफी उत्साह था। दरअसल, माना जा रहा है कि अगर आदित्य इस सीट पर चुनाव जीत जाते हैं तो वह किंगमेकर की भूमिका निभा सकते हैं। वर्ली में शिव सेना का ऐतिहासिक तौर पर दबदबा रहा है। ऐसे शिव सेना के नेताओं और कार्यकर्ताओं का जोर इस बात पर ज्यादा है कि वर्ली में असली चुनौती इस बार जीत के अंतर को बढ़ाने की है। शिव सेना को उम्मीद है कि वर्ली से आदित्य ठाकरे को ऐतिहासिक जीत मिलेगी और सीएम की कुर्सी के लिए पार्टी का दावा मजबूत होगा।
इस सीट से उनके विरोधी एनसीपी से सुरेश माने थे साथ ही मराठी अभिनेता और बिग बॉस फेम अभिजित बिचकुले थे। मजेदार बात यह है कि अपनी जीत का दावा करने वाले अभिजित बिचकुले को मात्र 150 (समाचार लिखे जाने तक) ही वोट मिले हैं।
वर्ली के वर्तमान विधायक सुनील शिंदे और एनसीपी से शिव सेना में आये सचिन अहीर ने भी आदित्य के प्रचार के लिए जी तोड़ मेहनत की थी, इसका भी फायदा उन्हें मिला।