राज्य मे मराठा आरक्षण को लेकर कई जगहो पर हिंसक घटनाएं सामने रही है। इसके साथ ही मराठा आरक्षण के लिए अब महाराष्ट्र मे विघानसभा का विशेष अधिवेशन सत्र बुलाने की भी मांग हो रही है। राज्य सरकार की ओर से आज बुधवार को सभी पार्टियो की एक बैठक बुलाई गई है। इस बैठक मे मराठा आरक्षण के साथ साथ विशेष अधिवेशन पर भी चर्चा की जाएगी। (All party meeting today on Maratha reservation )
दोषियों को कड़ी कार्रवाई
जैसे ही राज्य में विरोध प्रदर्शन तेज हुआ, जालना में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं, इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहीं जबकि पांच मराठवाड़ा जिलों में एमएसआरटीसी बस सेवाएं निलंबित कर दी गईं। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा कि अधिकारियों ने 50 से 55 लोगों की पहचान की है जो मौजूदा मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान राज्य के विभिन्न हिस्सों में हिंसक गतिविधियों में शामिल थे, और कहा कि दोषियों को कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
पुलिस ने मंत्रालय, मुख्यमंत्री, मंत्रियों और अन्य राजनेताओं के आवासों के साथ-साथ मुंबई और महाराष्ट्र में अन्य जगहों पर राजनीतिक दलों के कार्यालयों पर सुरक्षा बढ़ा दी है।
सभी मराठाओ को आरक्षण देने की मांग
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, मनोज जारांगे पाटिल ने मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की घोषणा करने के लिए एक विशेष विधानसभा सत्र बुलाने का आग्रह किया। इसके साथ ही मनोज जारंगे पाटील ने कहा की “मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से उनकी फोन पर बात हुई , मैंने उनसे स्पष्ट रूप से कहा कि हम उस आरक्षण को स्वीकार नहीं करेंगे जो कुनबी रिकॉर्ड के आधार पर होगा,''। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से "आक्रामक न होने" का भी आग्रह किया।
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