तीन कम नंबर वालो ने अपने अंक बटोरे और प्रथम स्थान पानेवाले को हराकर राज्य में सरकार बनाई। लेकिन ऐसा झूठ छात्र नहीं कर सकते। इसलिए राज्य सरकार को छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। भाजपा महाराष्ट्र के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्याय (keshav upadhyay) सोमवार को मांग की कि महाविकास अघाड़ी सरकार को 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं पर जल्द से जल्द उचित फैसला लेना चाहिए। वे भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे।
इस बार केशव उपाध्याय ने कहा, कोरोना की दूसरी लहर ने राज्य में गंभीर स्थिति पैदा कर दी है। अगर यह सच है तो भी सरकार की जिम्मेदारी है कि वह सुनिश्चित करे कि लंबे समय में किसी भी छात्र का भविष्य खराब न हो। हाईकोर्ट के फैसले के बाद भी राज्य सरकार ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं का मामला नहीं सुलझाया है। मुख्यमंत्री के पास इस मुद्दे पर चर्चा करने का भी समय नहीं है। मूल रूप से कोंकण का तूफानी दौरा महज तीन घंटे में पूरा करने वाले मुख्यमंत्री भी सवाल कर रहे हैं कि ये परीक्षाएं महत्वपूर्ण हैं या नहीं।
महाविकास अघाड़ी सरकार की लापरवाही से 10वीं और 12वीं के छात्रों का भविष्य खतरे में है। लाखों छात्र और अभिभावक इस तनाव का सामना कर रहे हैं कि कोरोना के दौरान बोर्ड परीक्षाएं होंगी या नहीं।
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