Advertisement

धन बांटने के आरोपों के बाद मुख्यमंत्री शिंदे का संजय राउत को कानूनी नोटिस

नोटिस में कहा गया है कि यह आरोप अपमानजनक और भ्रामक भी है।

धन बांटने के आरोपों के बाद मुख्यमंत्री शिंदे का संजय राउत को कानूनी नोटिस
SHARES

शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे (UBT) नेता सांसद संजय राउत ने सामना दैनिक में रोकठोक नामक लेख में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर कई आरोप लगाए थे। संजय राउत ने कई आरोप और दावे किए थे कि "फडणवीस ने अनिच्छा से नितिन गडकरी के अभियान में प्रवेश किया, एकनाथ शिंदे ने हर निर्वाचन क्षेत्र में पैसे बांटे और शिंदे की प्रणाली ने यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रयास किए कि अजीत पवार का कोई भी उम्मीदवार निर्वाचित न हो"। (Chief Minister Shindes legal notice to Sanjay Raut after money sharing allegations)

हालांकी इस लेख के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की ओर से उनके कानूनी सलाहकारों ने राउत को कानूनी नोटिस दिया। साथ ही, इस नोटिस के माध्यम से कहा गया है कि तीन दिनों के भीतर मीडिया के सामने बिना शर्त माफी मांगी जानी चाहिए अन्यथा संजय राउत और सामना प्रकाशन को आपराधिक और दीवानी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। (Maharashtra political news) 

नोटिस में क्या कहा

नोटिस में कहा गया है की संजय राउत ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और महागठबंधन में शामिल दलों के खिलाफ लगातार अपमानजनक लेख प्रकाशित किए हैं। साथ ही, 26 मई के लेख में सीएम ने इस निराधार और झूठे आरोप पर नाराजगी जताई है कि प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में 25 से 30 करोड़ रुपये बांटे गए।नोटिस में कहा गया है कि यह आरोप भी मानहानिकारक और भ्रामक है।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की ओर से कहा गया है की  मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने चुनाव के दौरान कोई पैसा नहीं बांटा है। साथ ही कहा कि अगर पैसे बांटने का आरोप है तो इस संबंध में सबूत पेश करें। नोटिस में आरोप लगाया गया है कि इस तरह का प्रचार केवल मुख्यमंत्री की छवि खराब करने और अपने राजनीतिक हितों को हासिल करने के लिए लोगों का ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है।

संजय राउत ने क्या आरोप लगाया?

संजय राउत ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर पैसे बांटने का आरोप लगाया था। सामना के संपादकिय मे कहा गया था की  एकनाथ शिंदे ने इस चुनाव में बहुत पैसा खर्च किया। उन्होंने प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में कम से कम 25-30 करोड़ रुपये बांटे। संजय राउत ने गंभीर दावा किया कि शिंदे और उनके तंत्र ने यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रयास किए कि अजीत पवार का कोई भी उम्मीदवार न चुना जाए।

यह भी पढ़े-  महाराष्ट्र- विधान परिषद की चार सीटों के लिए सभी पार्टियों मे दिख रही रस्सीखीच

Read this story in English
संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें