मुंबई सहित महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्र में आए तौकते तूफान (tauktae cyclone) से प्रभावित लोगों के लिए राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) ने सहायता देने की बात कही है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा एक महत्वपूर्ण घोषणा की गई है कि इन पीड़ितों को चक्रवात पीड़ितों के समान सहायता दी जाएगी।ठाकरे ने मंगलवार को यह घोषणा की। मुख्यमंत्री खुद 21 मई को नुकसान का आकलन करने के लिए कोंकण गए थे और पीड़ितों को उचित सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही उन्होंने हर पीड़ित तक सहायता पहुंचने जी बात कही।
चक्रवात तौकते से कोंकण तट के रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और रायगढ़ में भारी नुकसान पहुंचाया है। खेती के साथ साथ घरों को भी क्षति पहुंची है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे 21 मई को इसकी समीक्षा के लिए कोंकण गए थे।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि, जैसे ही तौकते से हुए नुकसान का पंचनामा पूरा होगा, हम पूरी समीक्षा करेंगे और पीड़ितों की मदद करेंगे। इसमें कोई भी वंचित नहीं रहेगा।
इसके पहले BJP नेता और विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़णवीस (devendra fadnavis) ने उद्धव सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि, निसर्ग तूफान से हुए नुकसान का मुआवजा अब तक नहीं मिला है।बड़े-बड़े ऐलान किए गए, फिर भी पूरे नहीं हुए। अब तौकते तूफान, कोरोना-लॉकडाउन का ये संकट!
उन्होंने कहा, राज्य सरकार को बहुत अधिक मदद देनी चाहिए क्योंकि यह केवल कुछ जिलों की ही बात है। निसर्ग तूफान के समय भी हमें मुआवजा नहीं मिला। कोली बंधुओं ने मांग की है कि हमें नुकसान का तत्काल मुआवजा मिलना चाहिए। निसर्ग तूफान के समय राज्य सरकार ने मुआवजे की घोषणा तो की, लेकिन भुगतान नहीं किया।