इस साल के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) पर घोषित राज्य की चौथी महिला नीति में, आधिकारिक सरकारी दस्तावेजों में माँ का नाम लिखना अनिवार्य करने का निर्णय लिया गया। उप मुख्यमंत्री और वित्त एवं योजना मंत्री अजीत पवार ने इस निर्णय को तत्काल लागू करने का सम्मान जीता है और पहले ही दिन कार्यालय के छठी मंजिल पर उनके कार्यालय के बाहर 'अजित आशाताई अनंतराव पवार' नाम लिखा गया।
अजीत पवार के कार्यालय के बाहर लिखा नेम प्लेट
मंत्रालय की छठी मंजिल पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के कार्यालय हैं। इसलिए छठी मंजिल पर आने वाले नागरिकों की संख्या सबसे ज्यादा है। यह पट्टिका मंत्रालय की छठी मंजिल पर आने वाले लोगों के लिए आकर्षण और प्रशंसा का केंद्र बन गई है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर शुरु की गई थी नीति
राज्य की महिला नीति के शीघ्र क्रियान्वयन के संबंध में उप मुख्यमंत्री अजित पवार की कार्यशैली की सभी सराहना कर रहे हैं।राज्य की चौथी महिला नीति 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर लॉन्च की गई। उस दिन महाशिवरात्रि की छुट्टी थी। 8 मार्च के बाद लगातार तीन दिनों की छुट्टियों के बाद मंत्रालय आए अधिकारियों, कर्मचारियों और नागरिकों के लिए उपमुख्यमंत्री कक्ष के बाहर लगी 'अजीत आशाताई अनंतराव पवार' नाम की पट्टिका आश्चर्य और प्रशंसा का विषय बनी हुई है।
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