कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री कृपाशंकर सिंह (Kripashankar singh) बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए। इस मौके पर विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल मौजूद थे।
कृपाशंकर सिंह के बीजेपी में आने से कांग्रेस को झटका लगा है। मुंबई नगर निगम चुनाव की पूर्व संध्या पर कृपाशंकर सिंह बीजेपी का इंतजार कर रहे हैं। इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि इस चुनाव में कांग्रेस को कुछ हद तक झटका लगेगा।
कृपाशंकर सिंह को बेहिसाब संपत्ति और कारतूस मिलने में परेशानी हो रही थी। तब से उन्हें सक्रिय राजनीति से बाहर कर दिया गया था। कृपाशंकर सिंह ने 2019 में जम्मू-कश्मीर के लिए धारा 370 और 35A के निरस्त होने के बाद कांग्रेस द्वारा निभाई गई भूमिका पर सवाल उठाया था। उन्होंने कांग्रेस के रुख के विरोध में सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भी सौंप दिया था। उसके बाद उन्होंने भाजपा नेताओं के साथ परिवार बना लिया था।
भाजपा में शामिल होने पर कृपाशंकर सिंह ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस ने मुझे कभी परेशानी में नहीं डाला। जब वह मंत्री थे तो सवाल पूछते थे। मैं कहता था कि मैं बाद में जवाब स्वीकार करूंगा। मैंने तय किया कि अगर मुझे राजनीति करनी है तो भाजपा में करूंगा। मेरा विश्वास करो, मैं करूँगा। पिछले कुछ दिनों से कई लोग मुझे फोन कर पूछ रहे हैं कि बीजेपी कब शामिल होगी, लेकिन मेरा एक ही जवाब था कि जब भी बीजेपी चाहेगी, मैं बीजेपी में शामिल हो जाऊंगा। उसी के अनुसार मैं पिछले कई दिनों से धैर्यवान था और आखिरकार आज भाजपा के प्रवेश का दिन आ ही गया।
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