ठाणे में आम उत्पादक किसान को सड़क पर स्टॉल नहीं लगाए दिए जाने के मामले को मनसे ने राजनीतिक मुद्दा बना लिया है। मनसे ने शुक्रवार को र स्टॉल नहीं लगाए दिए जाने के विरोध में किसान मार्च का आयोजन किया है। हालांकी इस मार्च में राज ठाकरे शामिल नहीं हो सकते है , लेकिन मनसे अब इस मुद्दे को छोड़ना नहीं चाहती है। इस मोर्चे में शामिल होने के लिए गुरुवार को मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने किसानों को पत्र लिखा है।
गांवदेवी मैदान से ठाणे महानगरपालिका मुख्यालय तक मोर्चा
मनसे के नेतृत्व में यह मोर्चा ठाणे के गांवदेवी मैदान से ठाणे महानगरपालिका मुख्यालय तक निकाला जाएगा। राज ठाकरे ने पत्र लिखते हुए कहा है की" कृषि उत्पाद को अच्छा भाव मिले इस मकसद से अनेक किसान फल और सब्जियां बेचने शहर में आते हैं, रोजमर्रा की जरूरतों के लिए फल सब्जी बेचकर कुछ पैसे जुटाने की मजबूरी उन्हें शहरों तक लाती है, शहरों में इन किसानों को भ्रष्ट नेताओं, अधिकारियों और गुंडों से प्रताड़ित होना पड़ रहा है, हालत यह है कि बिना हफ्ता दिए उनके लिए धंधा करना मुश्किल है"।
इससे पहले मनसे ने आरोप लगाया था कि ठाणे के नौपाड़ा में पार्टी कार्यालय के सामने आम बेचने के लिए रत्नागिरी के किसान को स्टॉल लगाने की अनुमति मनपा ने नहीं दी। मनसे के ठाणे जिला अध्यक्ष अविनाश जाधव ने दावा किया था कि भाजपा के दबाव में ठाणे मनपा ने स्टॉल लगाने नहीं दिया।
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