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'तब तक मनसे के साथ युति नहीं करेगी BJP'

पाटिल ने कहा, जब तक एमएनएस यूपी-बिहार वालों को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं करती है, तब तक गठबंधन पर उनके साथ कोई चर्चा नहीं होगी।

'तब तक मनसे के साथ युति नहीं करेगी BJP'
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महाराष्ट्र में जैसे जैसे ग्राम पंचायत चुनावों के साथ आगामी स्थानीय निकाय चुनावों की सुगबुगाहट बढ़ रही है वैसे वैसे इस बात की भी चर्चा जोरों पर हो रही है कि क्या इन चुनावों में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (mns) के साथ BJP गठबंधन करेगी? क्योंकि जबसे शिवसेना (shiv sena) ने कांग्रेस (congress) के साथ गठबंधन किया और मनसे (mns) हिंदुत्व के एजेंडे के साथ चलने लगी, तभी से ही BJP और मनसे के साथ आने के कयास लगने लगे थे।

हालांकि इस बारे में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल (chandrakant patil) ने मनसे के साथ गठबंधन के बारे में स्पष्ट रूप से जवाब दिया।

NDA और बीजेपी (bjp) की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने एनसीपी (ncp) और कांग्रेस के साथ गठबंधन करके राज्य में महाविकस आघाड़ी (mahavikas aghadi) की सरकार बनाई है और बीजेपी को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया।

तीनों दलों ने विधान परिषद के शिक्षक और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में भी संंयुक्त रूप से उम्मीदवार उतारे थे, इन चुनावों में BJP को हार का मुंह देखना पड़ा था, जिसके बाद अब ग्राम पंचायत चुनाव और नगर निगम का चुनाव भी आघाड़ी साथ मिलकर लड़ सकती हैं, ताकि BJP को फिर से हराया जा सके। तो दूसरी ओर, भाजपा पूरी तरह से अकेली पड़ गई है। अब जब मनसे ने भी हिंदुत्व का चोला पहन लिया है तो, यह सवाल पूछा जा रहा है कि क्या वह समान विचारधारा के आधार पर भाजपा-मनसे के साथ गठबंधन करेगी?

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चंद्रकांत पाटिल से इसी तरह का सवाल पूछा गया। जिस पर पाटिल ने कहा, जब तक एमएनएस यूपी-बिहार वालों को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं करती है, तब तक गठबंधन पर उनके साथ कोई चर्चा नहीं होगी।

पाटिल ने कहा, इस चुनाव में यह भी पता चल जाएगा कि, नगर पालिका के चुनावों में मनसे का कितना प्रभाव है? लेकिन मनसे का ग्राम पंचायत चुनावों में कितना प्रभाव होगा, यह कहना संभव नहीं है। इसलिए भाजपा ग्राम पंचायत चुनाव में मनसे के साथ गठबंधन नहीं करेगी।

इसी मुद्दे को लेकर एक बार देवेंद्र फड़नवीस (devendra fadnavis) ने भी कहा था, भाजपा राष्ट्रीय पार्टी है। हमारी भूमिका व्यापक है। यद्यपि हम राज ठाकरे (raj thackeray) की मराठी मुद्दे वाली भूमिका से सहमत हैं, लेकिन हम मराठी लोगों के अधिकारों के लिए गैर मराठियों के साथ मारपीट करने वाली भूमिका से सहमत नहीं हैं।

इसी कड़ी में राज ठाकरे ने अपने पार्टी के सभी पदाधिकारियों को यह निर्देश दिया है कि, ग्राम पंचायत चुनावों को देखते हुए, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के सभी पदाधिकारी अपने क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायत सीट पर अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारें और उन्हें पूरी ताकत के साथ जिताएं।

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