'तौकते' चक्रवात (tauktae cyclone) का असर महाराष्ट्र के कोंकण, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और रायगढ़ जिलों के समुद्री तट पर भी दिखा।
भारी बारिश से कई पेड़ धराशायी हो गए और लोगों के घरों को भारी नुकसान पहुंचा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (uddhav Thackeray) शुक्रवार सुबह हुए नुकसान के मद्देनजर कोंकण जिले का दौरा किया। उन्होंने पीड़ितों की मदद करने का वादा किया। उन्होंने मीडिया से बात करते हूए कहा, मैं सिर्फ फोटो सेशन के लिए नहीं आया हूं, मैं कोंकण के लोगों को राहत देने आया हूं। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm narendra modi) पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह हेलीकॉप्टर पर नहीं बल्कि जमीन पर हैं।
रत्नागिरी (ratnagiri) में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, हम चक्रवात से हुए नुकसान की पूरी समीक्षा करेंगे और पीड़ितों की मदद करेंगे। मदद से कोई वंचित नहीं रहेगा।
मुख्यमंत्री ने जिले में चक्रवात से हुए नुकसान की प्रारंभिक समीक्षा की। इस मौके पर रत्नागिरी जिला संरक्षक मंत्री एड. अनिल परब, राहत और पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार और सिंधुदुर्ग जिले के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री और संरक्षक मंत्री उदय सामंत उपस्थित थे।
गौरतलब है कि इस चक्रवात से जिले के 5 तालुकाओं में भारी नुकसान हुआ है। सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्र राजापुर और रत्नागिरी तालुका हुआ है। इस चक्रवात ने जिले में आम और काजू के साथ-साथ नारियल के बागों को भी भारी नुकसान पहुंचाया है।
मुख्यमंत्री उद्धव बाळासाहेब ठाकरे यांनी तोक्ते चक्रीवादळासंदर्भातील नुकसानीच्या पाहणीसाठी आज मालवणला भेट दिली. राज्य सरकार शक्य ते सर्व साह्य करेल तसेच केंद्राच्या निकषानुसार मदत केली जाईल, असा दिलासा त्यांनी दिला.
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) May 21, 2021
जिला कलेक्टर लक्ष्मीनारायण मिश्रा ने जिले में हुए नुकसान की जानकारी मुख्यमंत्री को दी। जिले में आए चक्रवाती तूफान में दो लोगों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए। और मृत पशुओं की संख्या 11 है। साथ ही हजारों की संख्या में घरों और पेड़ों को नुकसान पहुंचा है।
इसके अलावा चक्रवात ने बगीचों को व्यापक नुकसान पहुंचाया। लगभग 1100 किसानों की 2500 हेक्टेयर की फसल बरबाद हो गयी।
बिजली वितरण कंपनी चक्रवात से सबसे ज्यादा प्रभावित हुई। 1239 गांवों की बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई। हालांकि अब तक 1179 गांवों में आपूर्ति बहाल कर दी गई है।