मुंबई- नोटो के बदलाव से होनेवाली दिक्कतों के चलते सीएम ने राज्य के सारे टोलनाकों को 11 नवंबर के मध्यरात्रि तक के लिए मुफ्कत कर दिया है। जिसे अब विपक्षी पार्टियां निशानबनाते नहीं थक रही। मनसे ने मांग की है की जब राज्य सरकार तीन दिनों के लिए टोल फ्री कर सकती है तो फिर हमेशा के लिए क्यों नही? मनसे नगरसेवक संतोष धुरी ने कहा की स्वर्गीय नेता गोपीनाथ मुंडे ने टोल माफी की बात कही थी जिसे मौजूदा भाजपा सरकार पूरा नही कर रही है। तो वही आरटीआय कार्यकर्ता अनिल गलगली का कहना है की टोल कंपनियों ने पहले से ही अपना लक्ष्य पूरा कर लिया है बावजूद इसके अभी तक टोल चालू है जो की ठिक नहीं है।