मुंबई के आजाद मैदान (azad maidan) में जेएनयू (JNU) के छात्र और एक्टिविस्ट शरजील इमाम (SHARJIL IMAM)के समर्थन में लगे आपत्तिजनक नारों का अब मुंबई पुलिस (mumbai police) जांच कर रही है। मुंबई पुलिस उन लोगों की तलाश कर रही है जिन्होंने शनिवार को आजाद मैदान में आयोजित एलजीबीटीक्यू (LGBTQ) के इस गौरव परेड में भाग लिया था और नारा लगाया था।
गौरतलब है कि QAM संगठन की तरफ से 1 फरवरी को आजाद मैदान में 'मुंबई प्राइड सोलिडेरिटी गैदरिंग 2020(Mumbai Pride Solidarity Gathering 2020)' का आयोजन किया गया था। इस परेड में देशद्रोही के आरोप में गिरफ्तार किये गये आरोपी शरजील इमाम के समर्थकों में आपत्तिजनक नारे लगाते सुने गये थे, जिसमें कहा गया था कि "शरजील तेरे सपनो को मज़िल तक पहुंचाएंगे।
इस आपत्तिजनक नारों को लेकर खुद LGBTQ संगठन ने किनारा कर लिया, संगठन ने खुद इस नारे की निंदा करते हुए कहा कि हमे नहीं पता कि नारे लगाने वाले कौन लोग थे?
हालांकि मुंबई पुलिस ने शरजील इमाम के समर्थन में नारे लगाने वालों के खिलाफ अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है। जब नारे वाला वीडियो वायरल हुआ तो यह मामला सामने आया, जबकि QAM की तरफ से कहा गया कि उन्हें इन सब के बारे में कुछ भी पता नहीं था।
इससे पहले, मुंबई पुलिस ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और प्रस्तावित नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (NRC) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर LGBTQ गर्व परेड करने के लिए QAM को अनुमति देने से इनकार कर दिया था। हालाँकि, बाद में पुलिस ने कुछ शर्तों के साथ अनुमति दे दी थी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता किरीट सोमैया ने शारजील इमाम के समर्थन में नारे लगाने के खिलाफ आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। सोमैया ने कहा है कि अगर पुलिस तीन दिन के भीतर कार्रवाई करने में विफल होती है तो वे पुलिस के खिलाफ धरना प्रदर्शन शुरू करेंगे।
इस बात महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता, देवेंद्र फड़नवीस ने ट्विटर पर लिखा कि, "यह मुंबई में क्या चल रहा है? और महाराष्ट्र सरकार इसे क्यों सहन कर रही है?"
What is this going on in Mumbai?
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) February 3, 2020
And why is the Maharashtra Government tolerating this ? pic.twitter.com/1uqnKxs2ns
आपको बता दें कि, शरजील इमाम ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और प्रस्तावित नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटिज़न्स (NRC) के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में एक विवादित भाषण दिया, जिसमें उसने असम को भारत से अलग करने की बात कही थी। इमाम के इस बयान का विडियो सामने आने के बाद हडकंप मच गया और कई राज्यों में उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया। बाद में उसे देशद्रोह के आरोप में दिल्ली पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार कर लिया।