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अशोक चव्हाण के 'शिव सेना से लिख कर लेने' की बात को एनसीपी और शिव सेना ने बताया गलत, विपक्ष ने भी घेरा

अशोक चव्हाण ने दावा किया कि, इसके बाद हमने शिव सेना से संविधान के अनुसार सरकार चलाने की बात को लिखित में लेकर लिया।

अशोक चव्हाण के 'शिव सेना से लिख कर लेने' की बात को एनसीपी और शिव सेना ने बताया गलत, विपक्ष ने भी घेरा
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कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के इस बयान के बाद कि, महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शिवसेना से लिखित में यह आश्वासन मांगा था कि महाराष्ट्र में सरकार संविधान के दायरे में काम करेगी, पर एनसीपी सहित खुद शिव सेना ने भी आपत्ति जताई है

नवाब मलिक ने क्या कहा?
एनसीपी प्रवक्ता और अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि, महाविकास आघाड़ी सरकार के गठन के लिए कई बार दिल्ली और मुंबई में तीनों दलों की बैठकें हुईं। तीनों दलों ने एक सामान्य न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर सहमति व्यक्त की और तीनों एक पेपर पर हस्ताक्षर ही किए। इसलिए यह सरकार कॉमन मिनिमम प्रोग्राम  के तहत यह काम करती रहेगी तीनों पार्टियों में से किसी भी पार्टी ने किसी को कुछ भी लिखकर नहीं दिया है तीनों दल एक दूसरे का सम्मान करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।

अशोक चव्हाण ने क्या कहा था?
राज्य के लोकनिर्माण मंत्री ने अशोक चव्हाण ने नांदेड़ में एक सभा के दौरान कहा कि, महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए शिव सेना से गठबंधन करने के एवज में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शिवसेना से लिखित में यह आश्वासन मांगा था कि महाराष्ट्र में सरकार संविधान के दायरे में काम करेगी

पढ़ें: शिवसेना ने 2014 में भी दिया था कांग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार बनाने का प्रस्ताव- पृथ्वीराज चव्हाण

चव्हाण ने आगे कहा, उन्होंने (सोनिया गांधी) हमें बताया कि हमें पहले यह लिखित में लेना होगा (शिवसेना से) कि सरकार को संविधान के दायरे में काम करना चाहिए और संविधान की प्रस्तावना का उल्लंघन नहीं करना चाहिए. हमसे कहा गया कि हम यह उद्धव ठाकरे को बता दें

अशोक चव्हाण ने दावा किया कि, इसके बाद हमने शिव सेना से संविधान के अनुसार सरकार चलाने की बात को लिखित में लेकर लिया  

शिव सेना ने बताया झूठ
चव्हाण के इस दावे को झूठ करार देते हुए शिव सेना के नेता एकनाथ शिंदे ने कहा कि, शिवसेना ने कांग्रेस को कुछ लिख कर नहीं दिया है। राज्य सरकार संविधान द्वारा निर्धारित सिद्धांतों के अनुसार काम कर रही है। इसलिए किसी को कुछ लिखने का सवाल ही नहीं है। मुझे नहीं पता कि अशोक चव्हाण ने यह बात किस संदर्भ में कहा।

विपक्ष ने भी घेरा 
चव्हाण के बयान विपक्ष के नेता और बेजीपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, शिवसेना को महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार बनाने से पहले किए गए 'समझौता' को सामने लाना चाहिए उन्कहोंने आगे कहा, “गठबंधन में शामिल दलों को अगर शिव सेना पर विश्वास नहीं है तो वे साथ में क्यों हैं?

पढ़ें: राउत के बयान पर कांग्रेस नेता भड़के, बयान वापस लेने की कर रहे मांग

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