बुधवार को संसद के शून्य काल के दौरान सांसद मनोज कोटक( manoj kotak) ने रेलवे पटरियों के पास रहनेवाले झोपड़पट्टी वासियोंके पुर्नवसन की मांग उठाई। दरअसल मध्य रेलवे के घाटकोपर ठाणे,विक्रोली इत्यादि इलाको में रेलवे पटरियों के पास बसे हुए लोगो को रेलवे द्वारा नोटिस मिलने के बाद उनमे डर का माहौल है।
सांसद मनोज कोटक ने लोकसभा में कहा की " 30 -35 साल से रेलवे लाइन के पास बसे हुए लोगों के पुनर्वास के लिए त्वरित बोर्ड के गठन की जाए ,ताकि वह बेघर न हो सके, पिछले कुछ दिनों में रेलवे से लगी हुई जमीन पर जो की 30 से 35 साल से बसे हुए लोगो को नोटिस देने का काम रेलवे के माध्यम से हुआ है, झोपड़पट्टी विकास मंडल की याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय ने आदेश देते हुए इन सभी जमीनों के पुनर्वास की योजना करने के लिये रेलवे, राज्य सरकार,स्थानिक प्राधिकरण को कहा है"
सांसद मनोज कोटक ने बात का आगे बढ़ाते हुए कहा की" कोर्ट ने कहा है कि पुनर्वास की योजना पहले बताई जाए,रेलवे ने नोटिस दी लेकिन पुनर्वास का कोई योजना का प्रावधान नही किया ,सरकार से विनंती है की मध्य रेल से लगे,घाटकोपर, ठाणे,विक्रोली में बसे हुए लोगो की पुनर्वास योजना के लिये केंद्र सरकार,राज्य सरकार, स्थानिक प्राधिकरण,SRA,BMC ,MMRDA मिलाकर एक बोर्ड का गठन किया जाए और इनके पुनर्वास की पहले योजना बनाई जाए, आज इनको नोटिस मिलने से इनके भीतर भय का वातारण है, केंद्र सरकार इसमे सक्रियता से भाग लेते हुए राज्य सरकार स्थानिक प्राधिकरण के साथ मिलकर इनके पुनर्वास की योजना बनाये।"
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