मुंबई - 2012 के बीएमसी चुनाव के लिए शिवसेना और बीजेपी ने जो वादे किये थे वो अभी तक पूरे नहीं हुए हैं। लेकिन साल 2017 के बीएमसी चुनाव के लिए शिवसेना ने एक बार फिर घोषणापत्र निकाला है। जो अब सिर्फ चुनावी सपनें दिख रहे हैं।
सड़क और प्लाईओवर्स-
आश्वासन 2012 - आने वाले 5 सालों में ज्यादा से ज्यादा रास्तों का कंक्रीटीकरण किया जाएगा।
वास्तविकता - मुंबई में कुल 1941.16 कि.मी लंबे रास्ते हैं। 1989 से अब तक 651 कि.मी. रास्तों का सीमेंटीकरण किया गया है। अब तक पूर्व उपनगर में 80 रास्ते, पश्चिम उपनगर में 166 और शहर में 70 रास्तों का सीमेंटीकरण किया गया। पांच सालों में 50 कि.मी. रास्तों का ही काम किया गया।
आश्वासन 2012 - रास्तों के काम का ' क्वालिटी ऑडिट ' कर रास्तों की गुणवत्ता बढ़ाई जाएगी।
वास्तविकता- रास्तों का कामकाज की देखरेख के लिए और काम की गुणवत्ता की जांच के लिए 2013 में ' एसजीएस' और 'आयआरएस' जैसी संस्थाओं को रखने के बाद भी रास्तों की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं हुआ।
आश्वासन 2012 - मुंबई के अहम रास्तों को 2 सालों में उच्च क्लाविटी का बनाया जाएगा।
वास्तविकता- लिंकिंग रोड का डांबरी करने का ठेका दिए दो साल हो गए हैं। लेकिन अभी तक उसका काम हुआ नहीं है। एस.वी रोड और लाल बहादुर शास्त्री मार्ग के विकास के लिए भी कोई खास कार्य नहीं किया गया।
आश्वासन 2012 - जोगेश्वरी और गोरेगांव फ्लाइओवर के साथ -साथ 14 फ्लाइओवर बनाए जाएंगे।
वास्तविकता- इन दोनो प्लाईओवर के साथ एक भी प्लाईओवर नहीं बनाया गया। हैकॉक और कर्नाक बंदर प्लाईओवर भी तोड़ दिया गया है। लेकिन काम की अभी तक शुरुआत नहीं की गई है।
आश्वासन 2012 - नये रास्तों के पाइप, केबल्स बैठाने के लिए 'डक्ट ' बैठाए जाएंगे।
वास्तविकता - बीएमसी ने 3 वर्षों के लिए सड़क विकास प्लान तैयार किया, लेकिन बीएमसी ने 'डक्ट' की सुविधा नही दी है।
आश्वासन 2012 - शहर में ज्यादा से ज्यादा पार्किंग की सुविधा उपलब्ध की जाएगी।
वास्तविकता - बीएमसी के पास किए गए पार्किंग जगह पर राज्य सरकार ने रोक लगा दी। 'एफएसआई' में मुंबई को कई सार्वजनिक पार्किंग के लिए जगह मिलने की उम्मीद थी। 65 भवनों के अनुसमर्थन के बावजूद 9 भवन पर पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है। बीएमसी के पास केवल 264 जगह कब्जे में है।