राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में जारी बजट सत्र के पहले दिन यानी की सोमवार को किसानों के कर्जमाफी की पहली लिस्ट जाहीर की। इस लिस्ट में 9 हजार किसानों का नाम था। 10 हजार रुपये से लेकर ढाई लाख तक की रकम को इस कर्जमाफी में शामिल किया गया है। सरकार का कहना है की ये पहली लिस्ट है , ना की आखिरी, सरकार अभी और भी लिस्ट जारी करेगी। तीन महीने ( three month) की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। पहली लिस्ट के बाद और भी लिस्ट जारी किये जाएंगे, प्रत्येक जिले के दो गांवों को सरकार द्वारा योजना के अनुसार सूची में शामिल किया गया है। ठाकरे ने कहा, योजना अप्रैल के अंत तक पूरी हो जाएगी।
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘महात्मा ज्योतिराव फुले कृषि ऋण माफी योजना के तहत, 34,83,908 किसान खातों की पहचान की गई है।’’ ठाकरे ने कहा कि इस योजना का कार्यान्वयन करने की घोषणा के 60 दिनों के भीतर योजना पर अमल किया गया है तथा उन्होंने इस योजना के शीघ्र निष्पादन के लिए राज्य मशीनरी की सराहना की।
#Maharashtra विधानभवन में चल रहे बजट सत्र के दुसरे दिन भी विपक्षी पार्टियों ने सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन,किसानों के कर्जमाफी और महिला अत्याचार पर सरकार के रवैये का विरोध @BJP4Maharashtra @bjp4mumbai @Devendra_Office @Dev_Fadnavis pic.twitter.com/ZH767a9Zkj
— Mumbai Live (@MumbaiLiveNews) February 25, 2020
हालांकी पहली लिस्ट जारी होने के बाद विपक्ष सरकार पर और भी आक्रामक हो गया है। बजट सत्र के दूसरे दिन भी विपक्षी पार्टियों ने विधानभवन परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। किसानों के कर्जमाफी और महिला अत्याचार पर सरकार के रवैये का विपक्षी पार्टियों ने विरोध किया। राज्य में बढ़ते महिला अत्याचार के मुद्दे पर बीजेपी लगातार सरकार को घेरती आ रही है। दूसरे दिन भी जारी इस विरोध में राज्य़ के पूर्व मुख्यमंत्री और विरोध पार्टी नेता देवेंद्र फड़णवीस भी शामिल हुए।
क्या है विपक्षी पार्टियों की मांग
बीजेपी की मांग है की राज्य में सभी किसानों की कर्जमाफी की जाए और उन्हे 7/12 भी दिया जाए। इसके साथ ही सरकार राज्य में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार को देखते हुए जल्द से जल्द इस मुद्दे पर कोई हल निकाले।