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कोरोना से मरने वाले एसटी कर्मचारियों के वारिसों को 5 लाख


कोरोना से मरने वाले एसटी कर्मचारियों के वारिसों को 5 लाख
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कोरोना(Coronavirus)  जैसे घातक वायरस से मरने वाले एसटी कर्मचारियों (ST worker)  के परिवारों को परिवहन मंत्री और एसटी निगम के अध्यक्ष आषाढ़ में स्थानांतरित कर दिया गया है। अनिल परब ने बड़ी राहत दी है।

यह घोषणा की गई है कि कोरोना से मरने वाले लेकिन राज्य परिवहन निगम के मानदंडों के अनुसार सरकार के मानदंडों को पूरा नहीं करने वाले कर्मचारियों के उत्तराधिकारियों को 5 लाख रुपये दिए जाएंगे।

उन्होंने यह भी घोषणा की कि कोरोना के कारण मरने वाले कर्मचारियों को 50 लाख रुपये देने की सरकारी योजना (Goverment scheme) को एसटी कर्मचारियों के लिए 30 जून, 2021 तक बढ़ा दिया गया है।

कोरोना काल में आवश्यक सेवा कर्मियों की सेवा के लिए एसटी कर्मचारी कोरोना वॉरियर्स के रूप में सड़कों पर उतरे। हालांकि, एसटी कर्मचारियों ने भी कोरोना को अनुबंधित किया है, जिससे कई लोगों की मौत हो गई है।

अत: जिन कर्मचारियों की मृत्यु कोरोना अथवा अन्य कारणों से हुई है उनके वारिसों को अनुकम्पा के आधार पर सेवा में अगले छह माह में समायोजित किया जाये।  अनिल परब ने इस समय प्रशासन को सौंपा।

कोरोना काल में एसटी निगम ने पिछले साल कमर्शियल फ्रेट सेक्टर में दमदार शुरुआत की थी।  एसटी की 'महाकार्गो' माल ढुलाई सेवा काम आई है क्योंकि यह निजी परिवहन की तुलना में अधिक किफायती है।

माल परिवहन करते समय ड्राइवरों को अक्सर पेर्गमोन की यात्रा करनी पड़ती है।  वहां उन्हें अक्सर रहना पड़ता है।  ऐसे में उन्हें अपना खर्च वहन करना होगा।  इसलिए यदि ऐसे चालकों को परगवी में रहना पड़ता है तो उन्हें 150 रुपये प्रतिदिन भत्ता दिया जाएगा, मंत्री आड, परब ने घोषणा की।  इसलिए निगम आज से इन चालकों का ख्याल रखेगा।

एसटी महाराष्ट्र में 70 से अधिक वर्षों से यात्रा कर रहा है।परिवहन राज्य मंत्री सतेज पाटिल ने कहा कि जब महाराष्ट्र का इतिहास लिखा जाए, तो गर्व के साथ एसटी का उल्लेख किया जाना चाहिए, एसटी ने पिछले कई वर्षों में बहुत कुछ किया है।

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