पिछले कई दिनों से मध्य रेलवे पर यातायात लगातार अलग अलग कारणों से बाधित हो रही है। जिसके कारण यात्रियों को काफी मुसीबतों का भी सामना करना पड़ता है। परिणामस्वरूप, मध्य रेलवे प्रशासन और मुंबई उपनगरीय रेलवे के 15 यात्री संघो ने इस मुद्दे को हल करने के लिए बुधवार को पूरे साढ़े तीन घंटे की बैठक की। इस बैठक में, सेंट्रल रेलवे प्रशासन ने यात्री संघ को स्पष्टीकरण दिया है कि मध्य रेलवे द्वारा मानसून की तैयारी, ग्रीष्मकालीन विशेष मेल, एक्सप्रेस और तकनीकी खराबी का संचालन के कारण मध्य रेलवे की कई ट्रेने देरी से चल रही है।
रेलवे ने यात्रियों से कहा की इस भी गड़बड़ियों को ठिक करने में लगभग 100 दिन लग सकता है। जिसके कारण 1 जुलाई को हेनावेल आंदोलन को यात्रियों ने वापस लेने का फैसला किया है।
मुंबई उपनगरीय लोकल को समय पर चलने के लिए न्यूनतम 100 दिनों की जरुरत है। सेंट्रल रेलवे प्रशासन ने दावा किया है कि स्थानीय 100 दिनों की अवधि के बाद ट्रेनो को समय पर चलाया जा सकता है। हालांकी यात्री संघो का कहना है की अगर 100 दिनों के भीतर हालात सहीं नही होते है तो वह फिर से आंदोलन कर सकते है।
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