नवी मुंबई (navi Mumbai) में म्यूकरमायकोसिस (mucormycosis) की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। म्यूकरमायकोसिस से अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही नवी मुंबई नगर पालिका (NMMC) क्षेत्र में अब तक म्यूकोमाइकोसिस के 86 मरीज सामने आ चुके हैं। हालांकि इनमें से 49 मरीज ठीक हो चुके हैं। वर्तमान में, शहर में म्यूकरमायकोसिस के नौ रोगियों का इलाज किया जा रहा है।
म्यूकरमाइकोसिस के संकट को दूर करने के लिए नगरपालिका प्रशासन कड़ी मेहनत कर रहा है।प्रशासन द्वारा मरीजों को ढूंढना, उनके जांच और इलाज के लिए एक टीम का गठन किया गया है।
नगर पालिका ने म्यूकरमाइकोसिस से संबंधित कार्ययोजना तैयार कर उसी के अनुरूप उसे क्रियान्वित कर रही है। इस कार्यवाही के समन्वय के लिए क्षेत्र में एक अनुभवी नोडल अधिकारी को भी नियुक्त किया गया है।
बलगम की जांच के लिए निगम के तीन सार्वजनिक अस्पतालों वाशी, नेरुल और ऐरोली में आउट पेशेंट सुविधा कक्ष स्थापित किए गए हैं। इसलिए निगम के वाशी पब्लिक अस्पताल में म्यूकरमाइकोसिस पर मरीजों के इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। चूंकि इसकी सर्जरी जटिल है, इसलिए शहर में प्रतिष्ठित सर्जनों का एक पैनल बनाया गया है।
साथ ही यदि रोगी को शीघ्र निदान नहीं मिलता है और म्यूकरमाइकोसिस के लक्षणों की शुरुआत के बाद उपचार में देरी होती है, तो गंभीर बीमारी हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि मरीजों का इलाज जल्दी शुरू हो जाए। जिन लोगों को कोरोना के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है और जिन्हें मधुमेह है, उनके लिए विशेष ध्यान देने के लिए नवी मुंबई नगर निगम के कॉल सेंटर से संपर्क करने की अपील NMMC द्वारा की गई है।