कोरोना (Coronavirus) के डेल्टा प्लस वायरस (Delta plus) संक्रमण से राज्य में पहली मौत हुई है। रत्नागिरी के संगमेश्वर की एक 80 वर्षीय महिला मरीज ने डेल्टा प्लस वायरस से दम तोड़ दिया है। महिला का इलाज जिला सरकारी अस्पताल में चल रहा है। इसके अलावा महिला को अन्य बीमारियां भी थीं। रत्नागिरी जिला कलेक्टर लक्ष्मीनारायण मिश्रा द्वारा दी गई जानकारी की पुष्टि स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने की है।
कुछ दिन पहले स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Rajesh tope) ने कहा था कि राज्य में डेल्टा प्लस वायरस का ज्यादा खतरा नहीं है। हालांकि उन्होंने सावधानी बरतने की अपील की है। वर्तमान में प्रदेश के 7 जिलों में डेल्टा वेरियंट के 21 मरीज हैं। रत्नागिरी में 9, जलगांव में 7, मुंबई में 2 और पालघर, सिंधुदुर्ग और ठाणे में 1-1। डेल्टा वेरियंट के मामले में 36 जिलों से सैंपलिंग की जा रही है। फिलहाल राजेश टोपे ने स्पष्ट किया है कि राज्य में कोई पाबंदी नहीं होगी।
अब तक 3400 सैंपल में से 21 में डेल्टा प्लस वेरिएंट मिल चुका है। यह अनुपात 0.005 प्रतिशत है। तो कोरोना का डेल्टा प्लस टाइप अभी ज्यादा नहीं बढ़ा है। हालांकि यह चिंता की बात नहीं है, टोपे ने कहा कि इसकी संपत्तियां गंभीर हैं।
इस बीच दो दिन पहले डेल्टा प्लस के दो मरीज ठीक हुए हैं। महाराष्ट्र के 21 डेल्टा प्लस रोगियों में से अधिकांश में बिना लक्षण वाले या हल्के लक्षण पाए गए। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सर्वे शुरू किया गया है, जिसमें संपर्क में आए लोगों की स्क्रीनिंग और संक्रमित मरीजों के सैंपल लिए गए हैं।
डेल्टा प्लस के मरीज भारत समेत 10 देशों में पाए गए हैं। इनमें संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड, जापान, पोलैंड, नेपाल, चीन और रूस शामिल हैं। पहली बार भारत में पाया जाने वाला डेल्टा वायरस अब तक 80 देशों में पाया गया है।
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