माहिम - माहिम की मच्छीमार कॉलोनी के बारे में ज्यादातर लोग जानते ही होंगे। पर इस मच्छीमार कॉलोनी में 9 में 170 स्क्वेयर फिट की खोली में वरिष्ठ पार्श्वगायिका पुष्पा पागधरे रहती हैं, इस पर विश्वास करना जरा मुश्किल है, पर यह सच है। पति के निधन के बाद पागधरे मुंहबोले भाई और चचेरी बहन की लड़की के घर में रहने लगी।
1989 में पागधरे ने कलाकार कोटा के तहत घर मिले इसके लिए अर्जी दी थी। पर कार्यालयों के चक्कर लगा-लगा कर उनकी चप्पलें घिस गई, लेकिन घर नसीब नहीं हुआ। लाचार 74 वर्षीय गायिका उसी पुराने घर में रह रही हैं।
पागधरे ने हिंदी, मराठी, उडिया, बंगाली, पंजाबी भाषाओं में 500 से अधिक गानों को गाया है। इतनी शक्ती हमे देना दाता...यह गाना घर घर में मशहूर है इसे पागधरे ने ही गाया था। पर आज उन्हें शक्ति देने वाला कोई नजर नहीं आ रहा।